जबलपुर। डुमना नेचर पार्क में टाइगर सफारी बनाने का रास्ता साफ हो गया है। प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भनोत ने सोमवार को दोपहर में नेचर पार्क जाकर नगर निगम, वनविभाग और प्रशासनिक अफसरों के साथ निरीक्षण किया। इसके बाद आयोजित बैठक में वित्त मंत्री ने टाइगर सफारी की डीपीआर तैयार करने से लेकर केंद्र तक प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। नेचर पार्क में वन्यप्राणियों की सुरक्षा व संरक्षण के लिए जंगल कॉरीडोर भी बनाने पर चर्चा की गई। जल्द ही वनविभाग और संबंधित विभाग की टीम टाइगर सफारी क्षेत्र के लिए सर्वे कार्य शुरू करेंगे। इस बैठक में विधायक विनय सक्सेना सहित निगम आयुक्त आशीष कुमार, मुख्य वन संरक्षक, डीएफओ सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
पहले तैयार करे कमेटी
वित्त मंत्री ने बैठक में निर्देश दिए कि टाइगर सफारी के लिए वन्य प्राणियों और वन क्षेत्र में किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। प्राकृतिक रूप से टाइगर सफारी का प्रोजेक्ट तैयार करना होगा। इससे पहले पर्यावरण विशेषज्ञ, वन्यजीव और फॉरेस्ट क्षेत्र में काम कर रहे विशेषज्ञों, क्षेत्रीय जानकारों, वनविभाग अफसरों, पत्रकारों और अन्य लोगों की कमेटी तैयार की जाए। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय तक यह प्रस्ताव शासन स्तर से भेजा जाएगा। टाइगर सफारी बनाने के लिए केंद्रीय मंत्रालय के अनुमोदन की जरूरत होगी। इस बारे में भी विस्तार से चर्चा की गई।
जंगल कॉरीडोर पर चर्चा
डुमना नेचर पार्क में निरीक्षण के दौरान यह जानकारी दी गई कि आसपास के जिलों के जंगलों तक डुमना नेचर पार्क के वन्यजीव विचरण करते हैं। इस पर वित्त मंत्री ने कहा कि आसपास के जंगलों तक वन्यप्राणियों के सुरक्षित वातावरण को ध्यान में रखते हुए कॉरीडोर भी बनाया जाना चाहिए। प्रोजेक्ट रिपोर्ट में डुमना के साथ-साथ सीमावर्ती जंगलों को भी जोड़ने की बात शामिल करने के निर्देश दिए।
शहर के निर्माण कार्य पर अलग से मंथन
विधायक विनय सक्सेना ने बैठक में निगम अफसरों से हनुमानताल तालाब, निवाड़गंज सब्जी मंडी, गल्ला मंडी, फूल मंडी के नवनिर्माण प्रोजेक्ट पर मंथन किया। इन सभी निर्माण कार्यों के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट जल्द तैयार की जाएगी।