भोपाल। मध्यप्रदेश में मौसम के अलग-अलग मिजाज देखने को मिल रहे हैं। जहां बड़वानी जिले में मंगलवार को बारिश हुई वहीं ग्वालियर क्षेत्र में दूसरे दिन भी सूरज तमतमाया रहा। नौगांव और खजुराहो में पारा 49 छूने को बेताब नजर आया।
दोपहर बाद अचानक मौसम बदला, बादल बरसे
बड़वानी जिले के कई स्थानों पर दोपहर बाद अचानक मौसम बदला। बादल छाए और गड़गड़ाहट के साथ बारिश हुई। जिले के नागलवाड़ी, ओझर, जुलवानिया, पलसूद, सेंधवा आदि क्षेत्रों में कहीं अधिक तो कहीं कम बारिश हुई। नागलवाड़ी-ओझर क्षेत्र में आधे घंटे से अधिक समय तक झमाझम बारिश हुई। वहीं जिला मुख्यालय पर शाम को धूलभरी आंधी चली। इससे लोगों ने कुछ सुकून महसूस किया। हालांकि अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री दर्ज किया गया।
इन इलाकों में आज भी आसमान से आग बरसी
भीषण गर्मी से प्रदेश के झुलसने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में नौगांव में जहां लगातार दूसरे दिन तापमान 49 डिग्रीसे. दर्ज हुआ। वहीं मंगलवार को खजुराहो में भी पारा 49 डिग्रीसे. तक जा पहुंचा। सतना, रीवा, दमोह, ग्वालियर, गुना, उमरिया में 47 डिग्रीसे. और सागर, रायसेन, टीकमगढ़, राजगढ़ और सीधी में अधिकतम तापमान 46 डिग्रीसे. रिकार्ड हुआ। इधर, राजधानी भोपाल में लगातार सातवें दिन पारा भी 45 डिग्रीसे. पर बना रहा। मौसम विज्ञानियों ने चक्रवाती तूफान 'वायु' के असर से गुरुवार से गर्मी से कुछ राहत मिलने के आसार जताए हैं।
चक्रवाती तूफान वायु की ठंडी हवाएं राहत दिलाएंगी
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वातावरण में नमी काफी कम होने और लगातार गर्म पश्चिमी हवाएं चलने के कारण पूरे प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ रही है। शुक्ला के मुताबिक अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान वायु के गुरुवार सुबह गुजरात कोस्ट में पोरबंदर और महुआ के बीच में टकराने की संभावना है। इसके बाद यह तीव्र चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा। इस दौरान प्रदेश में बड़े पैमाने पर नमी आने के आसार हैं। प्रदेश के तापमान काफी हद तक बढ़े हुए रहने से बादल छाएंगे और कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने की संभावना है। इससे भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।
मुरैना में 7 साल कर रिकॉर्ड टूटा
ग्वालियर अंचल में सूरज के रौद्र रूप से पारा मंगलवार को भी आसमान छूता दिखा। नौगांव में लगातार दूसरे दिन 49 डिसे तापमान दर्ज किया गया। खजुराहो में भी 48.8 डिग्री सेल्सियस के साथ झुलसाने वाली गर्मी रही। मुरैना में पारे ने सात साल का रिकॉर्ड तोड़ा और 48 डिसे पर जा टिका।
दतिया, भिंड, ग्वालियर धूप में तपकर लाल हो गए
ग्वालियर-चंबल अंचल के दतिया, भिंड, ग्वालियर जिले भी जमकर तपे। यहां पारा 47 के पार ही रहा। मौसम विज्ञानियों की मानें तो दो से तीन दिन बाद या इस सप्ताह के अंत 16 जून तक ही लोगों को कुछ राहत मिल सकती है। मंगलवार को अंचल के जिलों में रात का तापमान जरूर दो डिग्री तक खिसका।
जिलों में 29 से 32 डिसे के बीच रात का पारा रहा। वहीं अंचल में दिनभर चली गर्म हवाओं ने लोगों को बेचैन रखा। सड़कें सूनी रहीं। बाजार भी अघोषित रूप से बंद जैसे रहे। अपने आप को ठंडा रखने के जतन करते लोग दिखे। मौसम विज्ञानियों ने सलाह दी है कि आवश्यक होने पर ही इन दिनों घर से निकलें और पूर्ण एहतियात बरतें। फिलहाल हवा का रुख साउथ वेस्ट होने से गर्मी कम होने के आसार नहीं हैं। राजस्थानी हवा से नमी बहुत कम है।