भोपाल। समग्र शिक्षक संघ की भोपाल में हुई पदाधिकारियों की बैठक में 17 जून से प्रस्तावित आंदोलन पर फिलहाल सहमति नहीं बन पाई, अधिकांश जिला प्रतिनिधि जिला स्तर पर बैठको। के बाद आंदोलन पर निर्णय लेने के पक्ष में नजर आए, तो कुछ सरकार को पूरा जून माह का समय देने के पक्ष में दिखे।
फिलहाल संगठन ने प्रदेश भर में जिला/ तहसील, ब्लाक स्तर पर बैठकों का दौर शुरू कर आंदोलन पर आम राय बनाने का निर्णय लिया है। संगठन का मानना है कि आंदोलन एक बड़ा निर्णय है, इसमें पदाधिकारियों के बीच आम राय होना आवश्यक है, मांगों के निराकरण के कूटनीतिज्ञ प्रयास यथावत जारी रहेंगे। संगठन पदाधिकारियों ने अपनी प्रमुख मांगों पर मुख्यमंत्री कार्यालय और शिक्षा मंत्री से हुई चर्चा पर फिलहाल कुछ नहीं कहा।
ग्रीष्म कालीन अवकाश 24 तक बढ़ाए जाने की मांग
भोपाल पूरे उत्तर भारत में भीषण गर्मी, पेयजल संकट और मानसून में देरी की आशंकाओ के बीच छात्र हित में ग्रीष्मावकाश 24 जून तक बढ़ाए जाने की मांग समग्र शिक्षक संघ और तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से की है,
शिक्षकों की परीक्षा नहीं है उनका अपमान है, अधिकारियों की भी परीक्षा हो,
समग्र शिक्षक संघ और म.प्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने कम परीक्षा परिणाम वाली स्कूलों के शिक्षको की परीक्षा कराए जाने के निर्णय पर सवाल उठाते हुए इसे इसे निरस्त कराने की मांग मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से की है,जगमोहन गुप्ता ने कहा की यदि शिक्षकों की परीक्षा आवश्यक है तो अधिकारियों की भी परीक्षा होना चाहिए।