कैलाश विजयवर्गीय की हैसियत: तीसरे दिन भी बेटे की जमानत नहीं करवा पाए | MP NEWS

Bhopal Samachar
भोपाल। लल्ला का बल्ला चला और पिताजी आउट होते नजर आ रहे हैं। विधायक आकाश विजयवर्गीय ने सरकारी अधिकारी को क्रिकेट के बल्ले से पीटकर सही किया या गलत यह फैसला तो न्यायालय में होगा परंतु विधायक आकाश विजयवर्गीय की गिरफ्तारी और जमानत पिता कैलाश विजयवर्गीय के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गई है। कैलाश विजयवर्गीय ने एक टीवी पत्रकार से उनकी हैसियत पूछी थी। अब भोपाल में राजनीति के नुक्कड़, चौराहों पर कैलाश विजयवर्गीय की हैसियत का नापतौल चल रहा है। लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या कैलाश विजयवर्गीय हैसियत इतनी भी नहीं कि वो अपने बेटे की जमानत करवा पाएं। 

राजनीति के चश्मे से समझिए क्या क्या हुआ

बुधवार की शाम विधायक आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और उपद्रव करने का मामला दर्ज हुआ। इस तरह के मामले कई जनप्रतिनिधियों के खिलाफ दर्ज होते हैं, लेकिन इस मामले में नया यह था कि मामला दर्ज होते ही पुलिस ने आकाश विजयर्गीय को गिरफ्तार कर लिया। देर शाम कोर्ट में पेश किया गया वहां से जेल भेज दिया गया। गुरूवार को सारा दिन इंदौर की कोर्ट में इसी बात पर बहस होती रही कि न्यायालय को आकाश विजयर्गीय की जमानत याचिका पर सुनवाई का अधिकार है या नहीं। शुक्रवार को जमानत याचिका भोपाल की स्पेशल कोर्ट में पेश की गई। कोर्ट ने केस डायरी मांगी जो नहीं था। अब इंदौर से केस डायरी आएगी जो शनिवार को भोपाल में पहुंचेगी। यदि शनिवार को जमानत नहीं मिली तो बुधवार से जेल में बंद लल्ला को शनिवार और रविवार की रात भी सलाखों के पीछे ही गुजारनी पड़ेगी। 

तो क्या यह ब्रांड आकाश विजयवर्गीय को चमकाने का खेल है

इंदौर में नगर भाजपा ने गिरफ्तारी के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान किया है। आकाश विजयवर्गीय के समर्थन में पोस्टर्स लगाए गए हैं जिन्हे नगर निगम ने हटा दिया। लगातार यह जताने की कोशिश की जा रही है कि आकाश विजयवर्गीय ने जो कुछ भी किया वो गलत था, बल्कि सही था। यह एक शानदार पॉलिटिकल ड्रामा हो सकता है परंतु सब जानते हैं कि इस ड्रामे से आकाश विजयवर्गीय इंदौर के हीरो नहीं बन पाएंगे। इंदौर शहर की राजनीति अब बदल गई है। अब यहां राष्ट्रीय महासिचव कैलाश विजयवर्गीय के रास्ते भी आसान नहीं हैं। रही बात जनता की तो विधानसभा चुनाव में आकाश विजयवर्गीेय को मिले वोट कैलाश विजयवर्गीय की लोकप्रियता, सेवा और आकाश विजयवर्गीय के प्रति जनता के भाव प्रकट करने के लिए पर्याप्त हैं। 

आकाश विजयवर्गीय: जेल में कहां हैं

आकाश विजयवर्गीय जिला जेल की वार्ड नंबर 6 के सेल में है। उनके साथ सजायाफ्ता कैदी धनपाल व सुरेश हैं। धनपाल को हत्या के आरोप में 10 साल और सुरेश को दुष्कर्म के आरोप में 7 साल की सजा हुई है। खबर आई थी कि आकाश विजयवर्गीय की तबीयत खराब हो गई। गिरफ्तार हुए नेताओं को जब भी जेल भेजा जाता है, ज्यादातर की तबीयत खराब हो जाती है ताकि वो अस्पताल में शिफ्ट हो सकें परंतु आकाश विजयवर्गीय अब भी जेल में ही हैं। 

समर्थक और आमजन के बीच कैलाश विजयवर्गीय की हैसियत

बात यदि उनके आम समर्थक और जनता की करें तो उनके लिए यह चौंकाने वाला घटनाक्रम है। शुरू से अब तक सबकुछ चौंकाने वाला है। इंदौर के उस थाने में आकाश के खिलाफ मामला दर्ज हुआ जहां कैलाश विजयवर्गीय के कहने पर मामला दर्ज होने से पहले ही राजीनामा हो जाया करता था। सिपाही से लेकर टीआई तक की पोस्टिंग कैलाश विजयवर्गीय की मर्जी से होती थी। उसी थाने की पुलिस ने आकाश को अरेस्ट किया। समर्थकों का दावा था कि कैलाश विजयवर्गीय बहुत बड़े नेता हैं, गुरूवार को जमानत मिल जाएगी परंतु कैलाश विजयवर्गीय ना तो गुरूवार को जमानत करवा पाए और ना ही शुक्रवार को। अब लोग सवाल कर रहे हैं क्या कैलाश विजयवर्गीय  की इतनी हैसियत भी नहीं कि वो अपने बेटे की जमानत करवा पाएं। 

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