होशंगाबाद। यहां नर्मदा की खदानों से रेत खनन की सूचना पर रविवार रात 8 बजे कंप्यूटर बाबा (Computer Baba) बघवाड़ा रेत खदान (Bgvadha sand quarry) में अवैध खनन (Illegal mining) की रेत ट्राली पकड़ने गए। लेकिन, उनकी नाव रेत टीलों में फंस गई और उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ा। राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने रेत खनन, भंडारण पर शुक्रवार से रोक लगा दी है।
जानकारी के मुताबिक, अवैध खनन पकड़ने के लिए बाबा बुदनी की ओर गए थे। यहां नदी में पानी कम होने के चलते नाव रेत में फंस गई। कम्प्यूटर बाबा ने नाव से ही सीहोर कलेक्टर को फोन कर फोर्स भेजने की मांग की। करीब एक घंटे में बुदनी पुलिस एसडीएम शैलेंद्र हिनोतिया के साथ पहुंचे। लेकिन वह एक भी रेत खनन करने वाले को नहीं पकड़ सके। इससे पहले, शनिवार की रात को कलेक्टर और एसपी ने भी रेत की खदानों पर रात 12 बजे छापा मारा था।
रसखूदारों के आगे बेबस सरकारी मशीनरी
यहां जावली और रजोन पर पहले भी कार्रवाई की गई। उस दौरान डंपर और जेसीबी मशीन को जब्त किया था। कुछ कार्यवाही में रसूखदार रेत माफिया के प्रभाव के चलते जब्त वाहनों को अगले दिन ही छोड़ना पड़ा था। इसके बाद भी इन खदानों पर लंबे समय से रेत का अवैध उत्खनन चल रहा है।
30 सितंबर तक लगी है उत्खनन पर रोक
एनजीटी की ओर से रेत खनन पर 15 जून से 30 सितंबर तक रेत खनन पर रोक लगा दी। इस दौरान रेत खदानों से उत्खनन, परिवहन को अवैध माना है। खनन पर रोक लगने के चलते रेत की कीमतों में वृद्धि हुई। 15 दिन पहले तक रेत का जो ट्रक 15 हजार रुपए में आ रहा था, वह अब 30 हजार रुपए पर पहुंच गया।
रेत से भरा डंपर जब्त : सिवनीमालवा लोखरतलाई में राजस्व अमले ने मुरम का बिना रायल्टी का डंपर पकड़ा और पुलिस अभिरक्षा में खड़ा कराया। तहसीलदार डीके सांवले ने बताया लोखरतलाई रोड पर बिना रायल्टी का एक डंफर पर कार्रवाई की गई है।
रेत खदानों के पोर्टल एनजीटी के आदेश पर बंद हे। जिले में 20 से एनजीटी की रोक लगाने के लिए पत्र भी लिखा था। प्रदेश के सारी खदानों के पोर्टल बंद कर दिए। -शीलेंद्र सिंह, कलेक्टर