भोपाल। मध्यप्रदेश की निर्दलीय समर्थित सरकार में निर्दलीय विधायकों को अभी भी मंत्रीपद के लिए इंतजार करना होगा। विधानसभा सत्र से पहले 6 निर्दलीय विधायकों को मंत्री बनाए जाने में खबरों पर कमलनाथ ने विराम लगा दिया है। आज वो राज्यपाल आनंदीबेन ने मिलने आए। 45 मिनट तक राजभवन में रहे और बाहर निकलकर मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना से इंकार कर दिया।
सीएम कमलनाथ की करीब 45 मिनट गवर्नर आनंदीबेन पटेल के साथ मुलाक़ात चली। बाहर निकलने पर इंतज़ार कर रहे पत्रकारों से सीएम ने कहा- मैं मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में नहीं सोच रहा, अभी ये बात सिर्फ मीडिया सोच रहा है। गवर्नर से मुलाक़ात के बारे में सीएम ने कहा, सरकार की विकास योजनाओं को लेकर उनसे चर्चा की गयी है।
6 मंत्रियों को हटाकर 6 विधायकों को मंत्री बनाना चाहते थे कमलनाथ
सूत्रों का कहना है कि सीएम कमलनाथ वर्तमान मंत्रियों में से 6 मंत्रियों को हटाकर वेटिंग में चल रहे 6 विधायकों को मंत्री बनाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने सोनिया गांधी को पत्र भी लिखा था। कमलनाथ खुद दिल्ली भी गए थे। वो चाहते थे दिग्विजय सिंह और सिंधिया कैंप से 2-2 मंत्री कम किए जाएं और वो भी अपने कोटे के 2 मंत्री हटा देंगे। इससे पहले सिंधिया ने भी भोपाल में अपने मंत्रियों की डिनर पार्टी की थी।