इंदौर। उपभोक्ता के फोन नहीं उठाने पर बिजली कंपनी के कर्मचारियों से लेकर इंजीनियरों और अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी। बिजली कंपनी के एमडी विकास नरवाल ने बिजली आपूर्ति को लेकर फैले असंतोष के बीच यह आदेश जारी किया है। कंपनी ने सूचना जारी की है कि उपभोक्ता बिजली गुल होने की शिकायत कॉल सेंटर नंबर 1912 के अलावा चार अन्य तरीकों से भी कर सकते हैं।
बीते दिनों हुई बारिश और आंधी के दौरान बिजली कंपनी का कॉल सेंटर लगभग ठप हो गया था। उपभोक्ताओं ने शिकायत की थी कि न तो कॉल सेंटर न ही जोन पर उनकी शिकायतें सुनी जा रही हैं। कंपनी के एमडी विकास नरवाल ने शुक्रवार को सूचना जारी कर साफ किया कि पांच तरह से शिकायत दर्ज करने की व्यवस्था अमल में है। इसके तहत कॉल सेंटर नंबर तो है ही, उपभोक्ता सीधे जोन के लैंडलाइन नंबर, जोन के इंजीनियर या कर्मचारी के मोबाइल नंबर पर भी शिकायत कर सकते हैं। समय पर शिकायत का निराकरण नहीं होने पर वे एई, डीई से लेकर अधीक्षण यंत्री तक को फोन लगाकर सूचना व शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा शहर के सभी जोन पर 24 घंटे हेल्प डेस्क बनाई गई है। शाम 4 बजे से रात 12 बजे तक दो व्यक्ति शिकायत सुनने की विशेष ड्यूटी पर रहेंगे। इसके बाद रात 12 बजे से सुबह 8 बजे की शिफ्ट में भी शिकायत सुनने के लिए एक-एक कर्मचारी की ड्यटी रहेगी।
बिजली बिल पर अधिकारियों के नंबर हैं
नरवाल के मुताबिक शहर के सभी जोन के अधिकारियों व इंजीनियरों के साथ लैंडलाइन नंबर भी कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर डाल दिए हैं। साथ ही उपभोक्ता के बिजली बिलों पर भी अधिकारियों के फोन नंबर अंकित हैं। शिकायती फोन कॉल की मॉनिटरिंग की जा रही है। निराकरण नहीं होने या फोन नहीं उठाने पर संबंधित अधिकारी कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई होगी। इसमें निलंबन और बर्खास्तगी भी शामिल है। जोन पर तैनात ऑपरेटरों को भी अब बिजली कंपनी ही अपनी ओर से मोबाइल दे रही है।
बिजली कंपनी द्वारा स्थापित किए जा रहे नए ट्रांसफॉर्मर से बिजली प्रदाय शुरू होने के लिए अभी तीन दिन और इंतजार करना होगा। 50 मेगावाट के ट्रांसफॉर्मर को लगाने के लिए ट्रांस्को व भेल के इंजीनियर लगे हुए हैं। बिजली कंपनी के मुताबिक दो दिन में इसमें 30 हजार लीटर ऑयल डाला जाएगा। इसके बाद इसकी टेस्टिंग होगी। ये चरण पूरा होने के बाद मंगलवार से बिजली प्रदाय शुरू हो जाएगा। बिजली कंपनी के मुताबिक हर दिन शहर के 10-10 फीडरों का मेंटेनेंस चल रहा है। इस दौरान ट्रांसफॉर्मर की क्षमता बढ़ाने से लेकर तार-केबल बदलने और पेड़ों की छंटाई भी की जा रही है। यह काम 25 जून तक पूरा कर लिया जाएगा।