भोपाल। मंगलवार को सीएम कमलनाथ और सिंधिया गुट के मंत्री प्रद्युम्न सिंह के बीच हुआ विवाद ज्योतिरादित्य सिंधिया का लाइव सुनाया जा रहा था। खबर आ रही है कि एक मंत्री ने फोन कॉल करके छोड़ दिया है। सिंधिया वो सबकुछ सुन रहे थे जो कैबिनेट मीटिंग के दौरान हो रहा था। कुल मिलाकर कांग्रेस में कलह बढ़ती जा रही है और यह दिग्गजों की रजामंदी से बढ़ रही है।
घटनाक्रम क्या हुआ था
कैबिनेट की मीटिंग चल रही थी, प्रद्युमन सिंह ने अपना मुद्दा उठाया। इस पर सीएम कमलनाथ ने कहा कि इस बात को छोड़िए और आगे बढ़ें, लेकिन मंत्री प्रद्युमन सिंह अड़ गए और बोले, आगे कैसे बढ़े। इस पर बात होनी चाहिए। मंत्री प्रद्युमन सिंह नाराज हुए और तेज आवाज में बात करने लगे। प्रद्युमन सिंह तोमर की तेज आवाज पर पीएचईडी मंत्री सुखदेव पांसे ने आपत्ति उठाई। उन्होंने कहा कि सीएम से बात करने का यह तरीका नहीं होता लेकिन प्रद्युम्न सिंह नहीं रुके वो अपनी भड़ास निकाल रहे थे। कई अन्य मंत्रियों ने उन्हे टोका तो प्रद्युम्न सिंह मीटिंग छोड़कर जाने लगे। तब सीएम कमलनाथ ने कहा आप जाइए आपको रोका किसने है।
प्रद्युम्न सिंह तोमर बाहर की तरफ जा रहे थे कि तभी सिंधिया गुट के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, इमरती देवी सहित अन्य ने उन्हे रोक लिया। राजपूत ने भी तोमर की बात का समर्थन किया। उन्होंने कहा मीटिंग में बस कुछ ही मंत्रियों को बोलने दिया जाता है। इधर मंत्री सुखदेव पांसे के साथ तरुण भनोत ने भी मोर्चा संभाल लिया। दोनों गुटों के बीच बहस शुरू हो गई।
मुझे भी पता है कि आप किसकी दम पर इतना बोल रहे हैं
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आप मंत्री हो, आपको अपने अधिकार मालूम होना चाहिए। खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा, हमें पता है कि अफसर किसके इशारे काम कर रहे हैं और हमारी बात नहीं सुनते। यह सुनकर मुख्यमंत्री ने कहा, मुझे भी पता है कि आप किसकी दम पर इतना बोल रहे हैं।