भोपाल। एक ही दिन में कमलनाथ ने राजनीति से सारे सूत्र बदलकर रख दिए हैं। सीएम कमलनाथ ने दिल्ली में ना केवल खुद पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की बल्कि अपने सांसद बेटे नकुल नाथ को भी मिलवाया। यह मुलाकात एक औपचारिक मुलाकात से कहीं अलग थी और इसके अर्थ भी काफी अलग ही निकलकर आ रहे हैं।
राहुल गांधी से पहले पीएम मोदी से मिले
यूं तो कमलनाथ मुख्यमंत्री हैं और प्रधानमंत्री से मुलाकात पर कोई चर्चा नहीं होनी चाहिए परंतु जिस तरह से मुलाकात हुई है और जिस समय पर यह मुलाकात हुई है, उसे चर्चाओं को जन्म दे दिया। मध्यप्रदेश में भाजपा के निष्ठावान, कांग्रेस के निष्ठावान और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाले एक्टिविस्ट तीनो ही हतप्रभ हैं। वो इस मुलाकात की अपने अपने तरीके से व्याख्या कर रहे हैं। यह चर्चा इसलिए भी हो रही है कि कमलनाथ दिल्ली में राहुल गांधी से पहले पीएम मोदी से मिलने गए।
विरोधियों से रिश्तों की राजनीति के माहिर खिलाड़ी हैं कमलनाथ
बता दें कि कमलनाथ को केंद्र की राजनीति में विपक्षी दलों से मधुर रिश्ते बनाने वाले नेता के रूप में जाना जाता है। शायद यही कारण था कि कुछ लोग कमलनाथ को 'मिस्टर 10 परसेंट' कहकर तंज कसा करते थे। विधानसभा चुनाव से पहले भी अफवाह उड़ी थी कि कमलनाथ भाजपा के संपर्क में हैं। लोकसभा चुनाव के तत्काल बाद जब मध्यप्रदेश के नेताओं ने कमलनाथ सरकार गिराने की बातें शुरू कीं तो अमित शाह ने डांटकर चुप करा दिया था।
पहले CBI जांच की तलवार फिर मधुर मुलाकात
दरअसल मुलाकात चर्चाओं में इसलिए है क्योंकि पिछली कुछ बातों ने इन्हे जन्म दिया है। घटनाओं को क्रम से लगाते हैं।
लोकसभा चुनाव से कमलनाथ के करीबियों के यहां आयकर की छापामारी हुई।
लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी ने कमलनाथ पर भ्रष्टाचार का खुलासा आरोप लगाया।
चुनाव के बाद कमलनाथ पर मनी लांड्रिंग और प्रचार में कालाधन उपयोग करने का आरोप लगा।
सरकारी ऐजेंसियों ने कहा कि उनके पास पर्याप्त सबूत हैं।
कुछ बातें और सबूत भी मीडिया में लीक किए गए।
पिछले सप्ताह में 2 बार दिल्ली के एक प्रतिष्ठित मीडिया हाउस ने यह बताया कि कमलनाथ के खिलाफ सीबीआई शुरू होने वाली है।
और अब सौहार्दपूर्ण माहौल में मुलाकात।