भोपाल। चुनाव प्रचार के दौरान कमलनाथ ने रिक्त सरकारी पदों पर तेजी से भर्ती कराने का वचन दिया था परंतु जो परीक्षाएं हो चुकीं हैं उनकी मैरिट भी अब तक जारी नहीं हो पाई है। 6 महीने बाद भी कमलनाथ सरकार इस दिशा में एक कदम आगे नहीं बढ़ा पाई है। सरकारी स्कूलों में रिक्त पदों पर शिक्षकों की भर्ती के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया गया था। परीक्षा तो आयोजित हो इर्ग परंतु अब तक मेरिट लिस्ट जारी नहीं हुई है।
कांग्रेस सरकार का गठन हुए 6 माह हो गए, अभी तक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया से संबंधित नियम ही नहीं बन पाए हैं। स्कूल शिक्षा मंत्री भी इस मामले में ज्यादा कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) ने सरकारी स्कूलों में खाली पदों को भरने शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग-1 और वर्ग-2 कराई थी। इनकी मेरिट सूची तीन माह बाद भी जारी नहीं हो सकी है। वहीं प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग-3 के लिए अभी तक आवेदन भी नहीं मंगाए गए हैं। इससे उच्च माध्यमिक और माध्यमिक परीक्षा में पास हुए अभ्यर्थी परेशान हो रहे हैं।
पात्रता परीक्षा की मेरिट सूची जारी होने के बाद लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई) शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करेगा। दस्तावेजों में सत्यापन आदि प्रक्रिया में दो से तीन माह का समय लग सकता है। प्रभुराम चौधरी, स्कूल शिक्षा मंत्री का कहना है कि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के बारे में शासन अवगत है। भर्ती प्रक्रिया चलन में है लेकिन वो कोई एक तारीख देने की स्थिति में नहीं हैं।