कई बार बच्चे ऐसे सवाल करते हैं जिनका जवाब आपके पास नहीं होता। अक्सर ऐसे सवालों को पेरेंट्स टाल देते हैं 'अभी व्यस्त हूं, बाद में बताउंगा।' कुछ पेरेंट्स नाराज हो जाते हैं 'क्या फालतू के सवाल कर रहे हो, पढ़ाई पर ध्यान दो।' लेकिन यह सवाल फालतू नहीं है। बेहतर होगा आप अध्ययन करें और जवाब की तलाश करें। विज्ञान विषय की शिक्षक उषा जैन भटनागर ने इसका जवाब दिया है।
सच मैं जानने वाली है यह बात की नारियल मैं पानी कहाँ से आता है (NARIYAL MAIN PANEE KAHAN SE AATAA HE), मेरी बेटी ने भी मुझे पूछा था की इसमै पानी कैसे भरा होगा, पाइप से डाला क्या ? उस समय वो इतनी छोटी थी की उसे वेज्ञानिक भाषा मैं कुछ समझा नहीं पायी थी।
असल मैं नारियल मैं जो पानी होता है वो पोधे का endosperm वाला भाग होता है जो भ्रूण के angiosperm मैं विकास के समय और fertilasation के बाद एंडोस्पर्म nucleus मैं बदल जाता है।
कच्चे हरे नारियल मैं जो एंडोस्पर्म होता है वो nuclear type होता है और रंग़हीन तरल के रूप मैं होता है, जिस मैं अनेको nuclei तेरते रहते हैं।
भ्रूण कोश मैं यह तरल पदार्थ पूरी तरह भरा रहता है, और इसी मैं भ्रूण का विकास होता है।
बाद की अवस्था मैं, कई nuclei, सेल्ज़ के साथ मिल कर किनारों पर जमते चले जाते है, जो कुछ समय बाद सफ़ेद मोटी परत के रूप मैं बन जाते है। जो अंत मैं नारियल गिरी बन जाती है।
Free nuclei की उपस्थिति के कारण यह बहुत ही पोषक होता है, दूध से कहीं अधिक इस मैं प्रोटीन की मात्रा होती है। सबसे अधिक मात्रा होती है पोटेशियम और मेग्निसियम की।