नई दिल्ली। भाजपा के दिग्गज नेता एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का बेटा अभिषेक सिहं, राजनांदगांव के पूर्व सांसद मधुसूदन यादव और कांग्रेस नेता नरेश डाकलिया सहित 20 लोगों के खिलाफ चिटफंड कंपनी के संचालन एवं प्रमोशन करने के मामले में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। बताया गया है कि रमन सिंह का बेटा इस कंपनी का स्टार प्रचारक था।
किसान-मजदूर ने दर्ज कराई शिकायत
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिला मुख्यालय अंबिकापुर के निवासी 67 वर्षीय प्रेम सागर गुप्ता ने शिकायत में कहा कि वह खेती-किसानी और मजदूरी का काम करते हैं। उन्होंने अनमोल इंडिया नामक चिटफंड कंपनी में अपनी जमा पूंजी और घर तथा जमीन बेचकर 98,876 रुपये का निवेश किया था। अनमोल इंडिया कंपनी का मुख्य कार्यालय नेमिनाथ पैराडाइज, भायंदर वेस्ट, ठाणे में स्थित है तथा छत्तीसगढ में अधिकांश जिलों में स्थित है।
कंपनी के निदेशक नागपुर निवासी जावेद मेमन, सपुरा मेमन, जुनैद मेमन, निलोफर बानो, खालिद मेमन, नादिया बानो, हाजी उमर मेमन, रायपुर निवासी फातिमा बानो और हमीद मेमन तथा राजनांदगांव सीबू खान और कंपनी के कोर कमेटी के 7 सदस्यों द्वारा कंपनी का संचालन छत्तीसगढ़ में किया जा रहा था। कंपनी के निदेशक और कोर समिति के सदस्यों ने अपने स्टार प्रचारकों अभिषेक सिंह, मधुसूदन यादव और डाकलिया के साथ अनेक बार जनता के सामने कंपनी का प्रचार प्रसार किया था और समय-समय पर लोगों को यकीन दिलाया कि यह कंपनी अनमोल इंडिया अभिषेक सिंह की है और सुरक्षित है।
निवेशकों का पैसा न लौटाने का आरोप
शिकायत में कहा गया कि राज्य के विभिन्न थानों में कंपनी के निदेशक और अन्य के विरूद्ध कंपनी से संबंधित निवेशकों की रकम नहीं लौटाए जाने पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया। इसी बीच, कंपनी के कार्यालयों में ताला बंद कर दिया गया। हालांकि, इस बीच कंपनी के निदेशकों ने अपना नया स्कूल और शिक्षण संस्थान भी शुरू कर दिया जिसके प्रचार में भी अभिषेक सिंह, नरेश डाकलिया और मधुसुदन यादव लगातार आते रहे।
सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक केसी अग्रवाल ने बताया कि प्रार्थी प्रेम सागर गुप्ता ने पुलिस से पहले शिकायत की थी। गुप्ता के अनुसार जब पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया तब उन्होंने स्थानीय अदालत में परिवाद पेश किया था। अदालत के आदेश के बाद जिले के कोतवाली थाने में मंगलवार को सिंह, यादव और डाकलिया समेत 20 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी तथा छत्तीसगढ निपेक्षकों के हितों का संरक्षण अधिनियम 2005 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मामले की जांच जारी
अग्रवाल ने बताया कि पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद ही इस संबंध में आगे कार्रवाई की जाएगी। पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि जिले में चिटफंड से संबंधित कई मामलों की जानकारी है जिसके संबंध में जांच की जा रही है। इन मामलों में कई लोगों के लाखों रुपए फंसे होने की आशंका है।