भोपाल। कर्मचारी हित में निष्पक्ष संघर्ष करने वाले न्यूज पोर्टल bhopalsamachar.com की खबर का एक बार फिर असर नजर आया है। स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मचारियों का अप्रेजल स्थगित कर दिया गया है। बता दें कि भोपाल समाचार ने इस प्रक्रिया को घूसखोरी का माध्यम बताया था।
वर्षा भूरिया मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के हस्ताक्षर से जारी आदेश 6980 में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी एवं अधिकारियों की मूल्यांकन प्रक्रिया को स्थगित करने के आदेश दिए गए हैं। बता दें कि यह एक प्रकार की परीक्षा है जिसमें 65 प्रतिशत प्राप्तांक लाना अनिवार्य किया गया था, अन्यथा सेवाएं समाप्त कर दीं जातीं थीं। 10 हजार से ज्यादा कर्मचारी इसका शिकार हो चुके हैं।
भोपाल समाचार ने क्या कहा था
भोपाल समाचार डॉट कॉम ने 'संविदा कर्मचारियों में अप्रेजल का आतंक, कमलनाथ सरकार चुप' शीर्षक के साथ इस मुद्दे को उठाया था। इसमें बताया गया था कि शिवराज सिंह सरकार के समय दो डिप्टी डायरेक्टरों ने रिश्वत कमाने के लिए इसकी शुरूआत की थी। भोपाल समाचार की दलील थी कि 'यदि अप्रेजल का तर्क सही है तो यह सभी 10 लाख कर्मचारियों पर लागू होना चाहिए। राज्य प्रशासनिक सेवा एवं भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की भी परीक्षा ली जानी चाहिए।'