नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान 'वायु' से लोगों को बचाने के लिए सरकार ने युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू कर दीं हैं। गुजरात के समुद्र तट वाले इलाकों को खाली करवा लिया गया है। गुजरात के 6 रेलवे स्टेशनों को बंद कर दिया गया है। यहां से गुजरने वाली सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।
सरकारी सूत्रों का कहना है कि गुजरात के कुछ जिलों में इस तूफान का जबर्दस्त असर दिखाई देगा, इसे देखते हुए अब पश्चिम रेलवे ने भी एहतियातन कदम उठाए हैं। पश्चिम रेलवे ने वेरावल, ओखला, पोरबंदर, भावनगर, भुज और गांधीधाम स्टेशनों की सभी पेसेंजर और मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों को आज शाम 6 बजे से कैंसल/रद्द कर दिया है, ये 14 जून तक जारी रहेगा। वहीं दूसरी ओर पश्चिम रेलवे हर स्टेशन से संबंधित क्षेत्र के लोगों को निकालने के लिए एक स्पेशल ट्रेन भी चलाएगा।
मौसम विज्ञान विभाग की तरफ से जारी बुलेटिन में कहा गया है कि चक्रवाती तूफान अभी गुजरात के पोरबंदर और महुवा के बीच वेरावल से 650 किलोमीटर दूर दक्षिण में बना है। इसके वेरावल और दीव के क्षेत्र के आसपास तट से टकराने की आशंका है। विभाग ने अगले 12 घंटे में इसके और मजबूत होने की आशंका भी जताई है। तटीय जिलों में बाढ़ का खतरा तूफान के प्रभाव से गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय जिलों में भारी वर्षा होगी।
गुजरात के इन क्षेत्रों में बाढ़ की संभावना
समुद्र की लहरें एक से डेढ़ मीटर ऊंची उठ सकती हैं। कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, दीव, गिर-सोमनाथ, अमरेली और भावनगर जिले के निचले तटीय क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका है। गुजरात और दीव के तटवर्ती इलाकों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 39 टीमें तैनात की गई हैं।
सेना और एयरफोर्स अलर्ट पर
सेना की 34 टीमों को भी अलर्ट पर रखा गया है। वायु सेना ने राहत और बचाव कार्यों के लिए एक सी-17 ट्रांसपोर्ट विमान को तैनात किया है। गुजरात सरकार ने मछुआरों से समुद्र में नहीं जाने की अपील की है।