भोपाल। एक बार फिर साबित हुआ कि सरकार, सरकार होती है। पार्टियां तो सिर्फ जनता को भ्रमित करने का उपक्रम रह गईं हैं। बजट में होमलोन पर टैक्स छूट तो बढ़ा दी जिसकी आम आदमी को प्रतिदिन जरूरत नहीं होती, परंतु आम आदमी की डेली नीड पेट्रोल/डीजल पर टैक्स बढ़ा दिया। मप्र में कांग्रेस ने वचन दिया था कि यदि सत्ता में आई तो वैट टैक्स हटा देगी, लेकिन किया उल्टा। केंद्र ने टैक्स बढ़ाया तो कमलनाथ सरकार ने भी बढ़ा दिया। इस तरह मध्यप्रदेश की जनता पर डबल टैक्स की मार पड़ेगी और पेट्रोल/डीजल 4 रुपए से ज्यादा प्रति लीटर महंगा हो गया।
मप्र सरकार ने भी पेट्रोल और डीजल पर दो-दो रुपए अतिरिक्त ड्यूटी लगा दी है। वाणिज्यिक कर विभाग ने देर रात स्पष्ट किया कि केंद्र और राज्य की ड्यूटी में वृद्धि के बाद प्रदेश में पेट्रोल के दाम में प्रति लीटर 4.56 रुपए और डीजल में 4.36 रुपए का इजाफा होगा। हालांकि विभाग ने स्पष्ट किया है कि शहरों के हिसाब से रेट अलग-अलग होंगे। भोपाल में पेट्रोल के अनुमानित दाम 73.61 रुपए से बढ़कर 78.09 रुपए, वहीं डीजल के 65.63 रुपए से बढ़कर 70.03 रुपए प्रति लीटर हो सकते हैं।
कमलनाथ का कुतर्क: मोदी ने पैसे नहीं दिए तो जनता से वसूल रहे हैं
कमलनाथ सरकार का कहना है कि भारत सरकार ने केंद्रीय करों में मप्र का हिस्सा करीब 2677 करोड़ रुपए कम कर दिया है, इसी वजह से यह कदम उठाना पड़ा। राज्य सरकार को अतिरिक्त ड्यूटी लगाने से सालाना पेट्रोल-डीजल पर करीब 1400 से 1500 करोड़ रुपए अतिरिक्त मिलेंगे।बताया जा रहा है कि राज्य सरकार अतिरिक्त ड्यूटी लगाने को लेकर देर रात तक माथापच्ची करती रही। वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव अनुराग जैन, वाणिज्यिक कर विभाग के प्रमुख सचिव मनु श्रीवास्तव समेत संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री व वित्तमंत्री से भी बात की गई। अंतत: देर रात फैसला लेना पड़ा। वाणिज्यिक कर विभाग के सूत्रोंं का कहना है कि पिछली मर्तबा केंद्र सरकार ने पेट्रोल की कीमतें घटाई थीं, तब मप्र ने भी इसे कम किया था।
प्रदेश में तेल पर टैक्स
पेट्रोल : 28 फीसदी वैट, 1 प्रतिशत सेस के साथ डेढ़ रुपए अतिरिक्त कर लगता था जो बढ़कर 3.50 रु. कर दिया।
डीजल : 18 फीसदी वैट और एक प्रतिशत सेस। राज्य सरकार के फैसले के बाद अब दो रुपए अतिरिक्त ड्यूटी।