अगर आप कोई नया बिज़नेस शुरू करने का प्लान कर रहे हैं और उसके लिए लोन नहीं मिलने की समस्या से जूझ रहे हैं तो मोदी सरकार का ये तोहफा आपके लिए है। मोदी सरकार मुद्रा योजना के तहत बिजनेस शुरू करने के लिए अब बिना गारंटी 20 लाख रुपये तक लोन देगी। पहले इसके तहत 10 लाख रुपये का लोन मिलता था। यह जानकारी एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में दी।
दरअसल, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) पर बनी रिजर्व बैंक (RBI) की विशेषज्ञों की समिति ने यह सिफारिश की है। RBI ने MSME के आर्थिक और वित्तीय स्थायित्व के लिए दीर्घावधि के समाधान के लिए 8 सदस्यीय समिति का गठन किया था। इस समिति ने रिजर्व बैंक को अपनी रिपोर्ट दे दी है। रिपोर्ट में एमएसएमई और स्व सहायता समूहों के लिए 20 लाख रुपये तक लोन देने की सिफारिश की गई है। वहीं कमेटी ने मुद्रा लोन लिमिट को 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये करने की भी सिफारिश की है।
इस वजह से दिए ये सुझाव
जानकारों का कहना है कि देश की अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी हो गई है। जिससे रोजगार कम पैदा हो रहे हैं। इसलिए आरबीआई की समिति ने सभी हालातों को देखते हुए यह सुझाव दिया है।
क्या हैं मुद्रा लोन योजना?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुद्रा योजना की शुरुआत 2015 में की थी। इस योजना का उद्देश्य रेहड़ी-पटरी वाले से लेकर छोटे कारोबार को बिना किसी जमानत के लोन मुहैया कराना है। कोई भी व्यक्ति जो अपना व्यवसाय शुरू करना चाहता है, वह इस योजना के तहत लोन ले सकता है। अगर आप मौजूदा कारोबार को आगे बढ़ाना चाहते हैं और उसके लिए पैसे की जरूरत है तो आप प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 10 लाख रुपये तक के लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। लोन की लिमिट 20 लाख रुपये तक बढ़ सकती है।
बिना गारंटी के मिलता है लोन
मुद्रा योजना के तहत बिना गारंटी के लोन मिलता है। इसके अलावा लोन के लिए कोई प्रोसेसिंग चार्ज भी नहीं लिया जाता है। मुद्रा योजना में लोन चुकाने की अवधि को 5 साल तक बढ़ाया जा सकता है। लोन लेने वाले को एक मुद्रा कार्ड मिलता है, जिसकी मदद से कारोबारी जरूरत पर आने वाला खर्च किया जा सकता है।
मुद्रा रुपए तक मिलता है लोन?
मुद्रा में तीन तरह के लोन मिलते हैं। (शिशु लोन) शिशु लोन के तहत 50,000 रुपये तक के कर्ज दिए जाते हैं। (किशोर लोन) किशोर कर्ज के तहत 50,000 से 5 लाख रुपये तक के कर्ज दिए जाते हैं। (तरुण लोन): तरुण कर्ज के तहत 5 लाख से 10 लाख रुपये तक के कर्ज दिए जाते हैं।