सीधी। अतिथि शिक्षकों ने अपनी मांग नियमितिकरण व पुराने अतिथि शिक्षकों को नियुक्ति में वरीयता देने को लेकर एक बार फिर आन्दोलन के लिये कमर कस लिया है। एक फिर से अतिथि शिक्षक राजधानी भोपाल मे मंगलवार 2 जुलाई से इकठ्ठा होगे और सरकार से अपनी मांग मनवाने की कोशिश करेंगे। जिला अध्यक्ष रविकांत गुप्ता ने बताया कि जिले के अतिथि हजारों की तदात मे अलग-अलग स्थानो से भोपाल के लिए रवाना होगे।
काग्रेस ने नियमितिकरण के लिये दिया था वचन
काग्रेस ने विधान सभा चुनाव के दौरान अपने वचन पत्र मे अतिथि शिक्षको को नियमितिकरण करने हेतु वचन दिया था। बताया गया कि 12 नवम्बर 2018 को काग्रेस कार्यालय भोपाल में काग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ व दिग्विजय सिंह द्वारा कहा गया कि हम आप लोगों को 3 माह मे गुरूजी के तर्ज पर नियमित करेंगे लेकिन आज 6 माह बीत जाने के बाद भी सरकार ने कोई कदम नही उठायां।
3 महीने और 10 साल को बराबर कैसे तौल सकती है सरकार
म.प्र कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सैय्यद जफर साहब के ट्विटर एकाउंट एवं सोशल मीडिया व व्हाट्सप ग्रुप व न्यूज चैनल फुटेज देखने से पता चला कि म.प्र की कांग्रेस सरकार ने पिछले सत्र मे 3 माह या अधिक काम कर चुके आनलाइन प्रक्रिया से चयनित अतिथि शिक्षकों को वर्तमान आनलाइन अतिथि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में 25 अंक देने का निर्णय लिया हैं। यह निर्णय विसंगति पूर्ण है।
अतिथि शिक्षक आनलाइन भर्ती प्रक्रिया में अनुभव के अंक न दिए जाने से पुराने अतिथि शिक्षक बहुत बड़ी संख्या में बाहर हो चुके हैं और तीन माह अनुभव वालों को 25 अंक देना कहीं न कहीं उन पुराने अतिथि शिक्षकों के साथ धोखा है जिन्होनें वर्षों अल्प मानदेय पर प्रदेश का भविष्य संवारा व अब ओवरएज की कगार पर है या हो चुके है। इसी प्रकार पूर्व सरकार ने अतिथि शिक्षकों को स्थायी शिक्षक भर्ती में दिए जा रहें 25% आरक्षण में जो तीन सत्र व 200 दिन का अनुभव रखा हैं वह भी गलत है। इसका अतिथि शिक्षक संघ विरोध करता है।