भोपाल। राजनीति ने असर दिखाया है। कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया की हत्या के मामले में 25 हजार का इनामी फरार आरोपी गोविंद सिंह जो बसपा विधायक रामबाई का पति है, की गिरफ्तारी नहीं होगी। पुलिस ने उस पर रखा गया 25 हजार का इनाम निरस्त कर दिया है। पुलिस मामले की दोबारा जांच करेगी। पुलिस को अब लगता है कि गोविंद सिंह हत्याकांड में शामिल नहीं था। बता दें कि गोविंद सिंह पर दमोह जिल के 4 थानों में 16 और जबलपुर में एक आपराधिक मामला दर्ज है। इनमें हत्या, हत्या के प्रयास, महिलाओं को बहला-फुसलाकर ले जाना, लूट और डकैती की योजना से लेकर अवैध हथियार रखने के गंभीर मामले हैं।
एसपी विवेक सिंह ने बताया कि देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड में आरोपी पक्ष गोविंद की ओर से दो-तीन आवेदन प्रस्तुत कर जांच की मांग की गई थी। पहले भी पड़ताल में कुछ ऐसे साक्ष्य मिले थे, जिसमें उन पर आरोप सिद्ध नहीं हो रहा था इसलिए उनके खिलाफ जो कार्रवाई की जा रही थी, उसे रोक दिया गया था।
उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग की ओर से 25 हजार रुपए की इनाम की राशि, जो गोविंद सिंह पर घोषित की गई उसे भी निरस्त कर दिया गया है। एसपी के मुताबिक अब इस मामले में गोविंद सिंह के खिलाफ धारा 173 (8) के तहत प्रकरण की विवेचना की जा रही है। जिसमें आने वाले समय में जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। अभी जांच पूरी नहीं हुई है।
क्या है मामला
इसी साल मार्च में दमोह जिले के हटा में कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया की हत्या हो गई थी। हत्या का आरोप पथरिया से बसपा विधायक रमाबाई के पति गोविंद सिंह समेत 7 लोगों पर लगा था। कांग्रेस नेता के परिजनों ने पथरिया विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह और जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल के पुत्र इंद्रपाल पर हत्या का आरोप लगाया। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने रमाबाई के पति गोविंद सिंह, देवर कौशलेंद्र सिंह, भतीजा गोलू सिंह, श्रीराम शर्मा, अमजद पठान, लोकेश सिंह और जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल के बेटे इंद्रपाल पटेल के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की की थी। मामले में विधायक के कुछ रिश्तेदार अभी जेल में हैं।