नई दिल्ली। जुलाई में शानदार आगाज करने के बाद मानसून ने ब्रेक ले लिया है। मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा के साथ ही पश्चिम भारत के राज्यों में बारिश थम-सी गई है। इससे लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं। स्कायमेट के मुताबिक, पिछले दो हफ्तों में कई स्थानों पर बहुत कम बारिश हुई है। आमतौर पर पूरे देश में छाने के बाद मानसून ब्रेक लेता है, लेकिन ऐसा अगस्त में ज्यादा होता है। इस बार जुलाई में मानसून ने ब्रेक ले लिया है। इसके पीछे अल नीनो को जिम्मेदार ठहाराया जा रहा है। इस बीच, मौसम विभाग ने अगले दो हफ्तों में सामान्य से कम बारिश का अनुमान लगाया है। हालांकि इस दौरान उत्तर-पूर्व और हिमालयी क्षेत्र में अच्छी बारिश हो सकती है।
अगले 24 घंटों में यहां होगी अच्छी बारिश
अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, गढ़वाल, हरद्वार, नैनीताल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, उधम सिंह नगर और उत्तरकाशी समेत उत्तराखंड के अधिकांश इलाकों में अगले 24 घंटों के दौरान तेज हवाओं और गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। बिहार और उत्तर प्रदेश के तराई भागों में जारी रहेगा भारी बारिश का दौर।
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर-पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल, दक्षिणी कोंकण-गोवा, तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम तथा एक-दो स्थानों में भारी से अति भारी बारिश के आसार हैं। अगले 2-3 दिनों तक पश्चिमी दिशा से चल रही शुष्क हवाएँ भी पूरे क्षेत्र पर बनी रहेगी। जिससे राजधानी सहित इससे सटे आसपास के भागों में गर्म और शुष्क मौसम बने रहने की संभावना है।
राजस्थान में कमजोर पड़ा मानसून
अन्य प्रदेशों की तरह राजस्थान में भी मानसून कमजोर पड़ गया है। यहां 2 जुलाई को बांसवाड़ा-डूंगरपुर के रास्ते मानसून ने झूम के दस्तक दी थी और 4 जुलाई को जयपुर में मानसून की पहली बारिश हुई थी, लेकिन उसके बाद से ही मानसून ठहर गया है। पिछले 5 दिनों से खास बारिश नहीं हुई है।