भोपाल। प्राेफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) के सिस्टम में सुधार और परीक्षा फीस माफ करने के वादे करके सत्ता में आई कांग्रेस सरकार भी पीईबी पर लगाम नहीं कस पाई है। सरकारी स्कूलों में माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा और उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के रिजल्ट का इंतजार 7 लाख बेरोजगार युवा कर रहे हैं। अब सब्र का बांध टूट रहा है। कल भोपाल कलेक्टोरेट में विरोध प्रदर्शन किया गया। अब पूरे प्रदेश में उम्मीदवार सड़कों पर उतरने वाले हैं।
बताया जा रहा है कि इस मामले में हाईकाेर्ट में याचिका दायर कर दी गई है। दोनों वर्गाें में 27 हजार 994 पदों पर भर्ती होनी है। इसके लिए प्राेफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) ने शिक्षक पात्रता के रिजल्ट अटका रखे हैं। इस परीक्षा में करीब 7 लाख उम्मीदवार शामिल हुए हैं।
रिजल्ट घोषित नहीं होने से नाराज उम्मीदवारों ने गुरुवार को पीईबी और शासन के खिलाफ कलेक्टोरेट में विरोध जताया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर जल्द ही रिजल्ट घोषित कराकर नियुक्ति देने की मांग की है। उम्मीदवारों का कहना है कि पीईबी और शासन के इस रुख के कारण उन्हें बेरोजगारी की मार झेलनी पड़ रही है।