बैतूल। पानी की लड़ाई अक्सर जानलेवा हो जाती है। बंटवारे के बाद एक ही हैंडपंप से पानी भरने के विवाद को लेकर ससुराल वालों ने अपनी ही बहू को जिंदा जला दिया। 90 प्रतिशत जली हुई स्थिति में उसे बैतूल से भोपाल रेफर किया गया है। पुलिस ने ससुराल के 6 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक बडोरा गांव में रहने वाले साहू परिवार में कई दिनों से झगड़ा चल रहा था। परिवार में जमीन का बंटवारा हो गया था। परिवार के बेटे राजेश के हिस्से में जो जमीन आई थी उसमें सैप्टिक टैंक भी शामिल था, जबकि परिवार के हिस्से में जो जमीन गई उस पर हैंडपंप था। इस हैंडपंप से पानी लेने पर आए दिन परिवार में झगड़ा होता था। परिवार के लोग राजेश और उसकी पत्नी को पानी नहीं भरने देते थे। गुरुवार सुबह भी इसी बात पर राजेश के परिवारवालों ने उसकी पत्नी द्वारका से झगड़ा किया और उसे केरोसिन छिड़क कर आग लगा दी।
6 लोगों पर केस दर्ज
द्वारका की चीख-पुकार सुनकर पति राजेश और उनकी बेटी दौड़़ी। द्वारका आग की लपटों से घिरी थी और ससुरालवाले खड़े होकर उसे जलता देख रहे थे। जब तक पिता-पुत्री आग बुझाते द्वारका बुरी तरह झुलस चुकी थी। राजेश आनन-फानन में उसे लेकर बैतूल गया। वहां डॉक्टरों ने बुरी तरह से झुलसी द्वारका को भोपाल रेफर कर दिया।
पुलिस ने द्वारका के बयान के आधार पर आरोपी सास-ससुर, देवर-देवरानी और चचेरे ससुर सहित 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। द्वारका ने अपने बयान में रामवती साहू, नारायण साहू, भाग्या साहू, ललिता साहू और बाली साहू का नाम लिया है। उसने आरोप लगाया है कि इन सबने मिलकर उस पर मिट्टी का तेल छिड़क दिया और आग लगा दी।