भोपाल। नरेला विधायक विश्वास सारंग के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने बताया कि भोपाल के बड़े तालाब में वर्तमान में 18 नालों का सीवेज बिना ट्रीटमेन्ट के मिल रहा है और बड़े तालाब की जल गुणवत्ता ‘‘बी’’ श्रेणी (बाह्य स्नान योग्य) की पाई गई है।
श्री जयवर्द्धन सिंह ने बताया कि भोपाल के बड़े तालाब में वर्तमान में सईद नगर नाला, शिरीन नाला, बैरागढ मेन रोड़ नाला, एम एन एवं एल एन नाला, बोरवेन के पास स्लम नाला, संजय नगर नाला, राजेन्द्र नगर नाला, राहुल नगर नाला, एमपीईबी सब स्टेषन के पीछे का नाला, सीहोर नाका नाला, भैंसाखेड़ी नाला, जमुनिया छीर पुलिया नंबर-01 के पास नाला, जमुनिया छीर पुलिया नंबर-02 मुनार न. 80 के पास नाला, कोलू खेड़ी गांव, कोलूखेड़ी गांव से आगे, वन निधि नर्सरी के पास पुलिया, कोटरा पंप हाउस के पास नाला और भदभदा झुग्गी नाला का सीवेज बिना ट्रीटमेन्ट के मिल रहा है।
श्री जयवर्द्धन सिंह ने बताया कि बड़े तालाब में गंदे पानी मिलने से रोकने हेतु भोज वेटलेंड परियोजना के तहत वर्ष 2001 में 04 सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट क्रमशः बड़वई व गोदरमउ लागत राशि रूपये 707.08 लाख, माहोली (दामखेड़ा) लागत राशि रूपये 260.00 लाख एवं कोटरा (भदभदा) लागत राशि रूपये 423.00 लाख के स्थापित किए गये हैं, उक्त चारों सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट अपनी पूर्ण क्षमता से कार्य कर रहे हैं।
श्री सिंह ने विधायक विश्वास सारंग को बताया कि गंदे नालों का पानी सीधे बड़े तालाब में न मिले इस हेतु भारत सरकार की अमृत योजनान्तर्गत बड़े तालाब के कैचमेंट क्षेत्र में सीवेज नेटवर्क बिछाने, 11 सीवेज पंप हाउसों क्रमशरू नीलबड़, बैराकलां-01, बैरागढ़ कलां-02, भैंसाखेड़ी, भौंरी, जमुनिया छीर, सूरज नगर, गरमगड्ढा, खानूगाँव, बेहटा एवं इंद्रानगर तथा 05 सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लांटों क्रमशरू माहोली दामखेड़ा-35 एम.एल.डी., शिरीन रिवर-05 एम.एल.डी., नीलबड़-06 एम.एल.डी., सूरज नगर-02 एम.एल.डी. एवं जमुनिया छीर-05 एम.एल.डी. का निर्माण कार्य कराया जा रहा है, साथ ही 09 पुराने पंप हाउसों क्रमशः सीहोर नाका, लाउखेड़ी, खानूगाँव, अहमदाबाद, फतेहगढ़, वर्धमान, तिलक नगर, कोटरा एवं गरमगड्ढा का रिनोवेशन कार्य भी कराया जा रहा है।