भोपाल। तंत्र-मंत्र और बाबाओं के चंगुल में फंसी एक दंपति को बुधवार को पचौर से आए उनके रिश्तेदारों ने बचाया। बाबाओं ने अपने झांसे में लेकर इस परिवार को पांच लाख रुपए की चपत लगा दी और भाग गए। मामले की शिकायत रिश्तेदारों ने सिरोंज पुलिस से भी की है। खबर लिखे जाने तक पति-पत्नी को पूरी तरह से होश नहीं आया था।
राजगढ़ के पचर में रहने वाले मनोज सोनी (Manoj Soni) ने बताया कि दो दिन पहले मुझे फोन आया था कि सिरोंज में रहने वाले मेरे जीजाजी किसी तांत्रिक के संपर्क में आ गए हैं और अजीब सी हरकत कर रहे हैं। उनके घर में रात भर हवन और पूजा चलती है तो तरह-तरह की आवाज आती है। गुरुवार को जब मैं सिरोंज में भवानी नगर में जीजाजी के घर पर पर पहुंचा तो उन्होंने करीब एक घंटे तक दरवाजा नहीं खोला। उनके पड़ोसी ने प्रयास कर घर का दरवाजा खुलवाया तो भीतर के हालात देख कर मैं दंग रहा। घर के हर दरवाजे पर काले रंग की पोटली बंधी हुई थी और छत पर करीब आधा दर्जन झंडे लगे हुए थे। एक कमरे में कई तरह की पूजा-पाठ की सामग्री रखी हुई थी। दीदी और जीजाजी के हाथों पर कई तरह के धागे बंधे हुए थे।
मनोज ने बताया कि करीब दस साल से मेरी दीदी का डिप्रेशन का इलाज चल रहा है। जीजाजी उन्हें ठीक करने के चक्कर में ही तांत्रिक के चक्कर में फंस गए। इन बाबाओं ने उनसे पांच लाख रुपए ऐंठ लिए है। हमनें जीजाजी के घर में रखा तंत्र मंत्र का सामान और झंडे हटा दिए हैं। उन्होंने जीजाजी को भी कोई दवा खिला दी है।
मनोज ने बताया कि घर में सिर्फ 14 साल की मेरी भांजी ही सही तरीके से बात कर रही थी। उसने बताया कि महीने भर से दो लोग हर दिन घर पर आ रहे थे। वे पापा से जो भी कहते वे वही करते। पिछले एक सप्ताह से उन्होंने घर के एक कमरे में पूजा शुरू कर दी थी। चार दिन तो उन्होंने पूरी रात जाग कर पूजा और हवन किया। इस दौरान पापा नहीं सोए हैं।
मनोज ने मामले की शिकायत सिरोंज थाने में भी की। दोपहर में सिरोंज पुलिस भी मौके पर पहुंची। पूछताछ में पता चला कि दोनों बाबा समीप ही एक मकान में किराए से रहते हैं। मकान मालिक ने ही उन्हें मनोज के जीजाजी से मिलवाया था। एएसआई हिन्दू सिंह यादव ने बताया कि हमनें मकान मालिक के माध्यम से ही दोनों बाबाओं को बुलवाया है।