भोपाल। गरीबों को न्याय के नाम पर हिंसक हमले की धमकी देने वाले भाजपा नेता सुरेंद्र नाथ सिंह अब भी अपने बयान पर डटे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने कोई गलत बयान नहीं दिया है। यह अनुशासनहीनता नहीं है। पार्टी चाहे तो उन्हे निष्कासित कर दे परंतु वो माफी नहीं मांगेंगे। बता दें कि बीते रोज उत्तराखंड के एक विधायक को केवल इसलिए निष्कासित कर दिया गया था क्योंकि उसने बंद कमरे में हथियार लहराए और उसका वीडियो वायरल हो गया।
अब सीएम हाउस के सामने गुमठी लगाउंगा
सुरेन्द्र नाथ सिंह ने कहा माफ़ी मांगने का तो सवाल ही नहीं उठता है। मैंने कोई अनुशासनहीनता नहीं की है। गरीबों का रोजगार छीना जा रहा है, इसलिए मैंने उनका साथ दिया। आकाश विजयवर्गीय केस पर पीएम मोदी के अनुशासन की नसीहत पर बीजेपी के ये नेता बोले-मैंने कोई अनुशासन नहीं तोड़ा है। सुरेन्द्र नाथ सिंह ने चेताया कि अगर सरकार ने अब भी ग़रीबों की आवाज़ नहीं सुनी तो मैं मुख्यमंत्री कमलनाथ के घर के सामने गुमठी वालों के साथ डेरा डालेंगे। सीएम हाउस के सामने पकौड़े तलूंगा और चाय बनाऊंगा।
मामला नगर निगम का लेकिन टारगेट पर कांग्रेस सरकार
इस मामले में सबसे मजेदार बात यह है कि यह मामला नगर निगम का है। नगर निगम में महापौर आलोक शर्मा भाजपा नेता हैं। गुमठियों को हटाने का फैसला नगर निगम ने किया। जिला प्रशासन और पुलिस से मदद भी उसी ने मांगी और सुरेंद्र नाथ सिंह प्रदर्शन कांग्रेस सरकार के खिलाफ कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने नगर निगम के खिलाफ इसी तरह का कानून तोड़ने वाला प्रदर्शन किया था तो नगर निगम ने उनके खिलाफ एफआईआर करा दी थी।