भोपाल। लोकायुक्त पुलिस ग्वालियर ने दावा किया है कि उसने मध्यप्रदेश के शिवपुरी शहर में एक छापामार कार्रवाई कर मध्यप्रदेश पर्यटन निगम के होटल में 1.17 लाख रुपए रिश्वत ले रहे पिछोर के प्रभारी सीएमओ सुधीर मिश्रा को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। सुधीर मिश्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (Prevention of Corruption Act) के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
पिछोर नगर पंचायत परिषद के अध्यक्ष संजय पाराशर के बेटे मयंक पाराशर ने बताया कि जब से सुधीर मिश्रा हमारे यहां प्रभारी सीएमओ बन कर आए हैं पिछोर नगर के विकास के कार्य थम गए। ठेकेदारों के पेमेंट में कमीशन के अलावा टेंडर खोलने तक में रिश्वत मांगी जाती है। इसकी शिकायतें पिछोर के पार्षद और ठेकेदारों ने पूर्व में कीं थीं, लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई।
पिछले दिनों पिछोर परिषद में पिछोर नगर में 30 हैंडपंप और 4 बोरवेल स्वीकृत हुए थे। टेंडर भी लग गए थे। कई ठेकेदारों के टेंडर पास भी हुए थे। नगर में पानी की समस्या बनी हुई थी, लेकिन प्रभारी सीएमओ बिना रिश्वत के ठेकेदारों को वर्क आर्डर नही दे रहे थे। ठेकेदारों ने बात की तो लाखों रू रिश्वत की मांग की। नगर के ठेकेदारों ने यह बात मुझे बताई।
इस समस्या के कारण मैने लोकायुक्त ग्वालियर में पूरी जानकारी दी और प्रभारी सीएमओ सुधीर मिश्रा से बातचीत की तो उन्होने मुझसे रिश्वत लेकर शिवपुरी आने को कहा। मंयक ने बताया कि मैं शिवपुरी आया ओर सीएमओ सुधीर मिश्रा को फोन किया तो इन्होंने मुझे टूरिस्ट विलेज बुलाया, मुझे खाना खिलाया और रिश्वत की मांग की।
मैने तय गई की गई रिश्वत 1 लाख 17 हजार रूपए की रिश्वत सीएमओ सुधीर मिश्रा को दी और लोकायुकत पुलिस को मैसेज कर दिया। लोकायुक्त पुलिस ने सीएमओ सुधीर मिश्रा के हाथ धुलवाए तो नोटों पर लगा कैमिकल उनके हाथ से निकलने लगा।
रंगे हाथों ट्रेप होने के बाद सीएमओ सुधीर मिश्रा गिडगिडाते नजर आए। वहीं लोकायुक्त इस केस को ट्रेप करने के बाद अपनी कागजी कार्रवाई में लगी रही। पीके चतुवेर्दी, कवीन्द्र सिंह चौहान,आराधना डेविस टीआई लोकायुक्त,विनोद छारी,सुरेश कुशवाह एसआईआई,हेमंत शर्मा,अमर सिंह गिल,बलवीर,देवेन्द्र पवैया,अंकित शर्मा,सुनील छिरसागर आरक्षक लोकायुक्त ने मिलकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया।