भोपाल। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के विजयपुर शहर में एक आदमखोर कुत्ते ने 2 दिन में 38 लोगों को हमला कर घायल कर दिया था। वो लोगों की जान के लिए खतरा हो गया था। नगरपालिका ने उसे जिंदा या मुर्दा पकड़ने वालों को इनाम देने की घोषणा की थी। नतीजा कुछ युवाओं ने आदमखोर कुत्ते को मार गिराया और इनाम हासिल किया अब सांसद मेनका गांधी चाहती हैं कि इस मामले में पुलिस कार्रवाई की जानी चाहिए। कुत्ते की हत्या की गई है। लोग समझ नहीं पा रहे हैं। अपने प्राणों की रक्षा के लिए हिंसक जानवर की हत्या करना अपराध कैसे हो गया। वो भी तब जबकि सरकारी संस्थान ने शिकार करने के लिए प्रोत्साहित किया हो।
2 जुलाई को विजयपुर में नगर परिषद के कर्मचारियों ने सीएमओ द्वारा कुत्ते को मारने पर इनाम घोषित करने के बाद पागल कुत्ते को लाठी से पीट.पीटकर मार डाला था। उक्त कुत्ते ने 1 जुलाई को करीब 15-20 लोगों को पर हमला किया था। जिनका इलाज वर्तमान में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विजयपुर में चल रहा है। दूसरे दिन भी उसने लोगों पर हमला किया। नगरपालिका ने उसे पकड़ने की कोशिश की परंतु हाथ नहीं आया। आम नागरिकों की जान बचाने के लिए नगरपालिका ने कुत्ते पर इनाम घोषित किया था।
कुत्ते के मरने के बाद सीएमओ अजीज खान ने नप कर्मचारियों को 1100 रुपए का नकद इनाम दिया। इस मामले में स्वाती नाम की एक युवती ने एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट सांसद मेनका गांधी से शिकायत कर दी। मेनका गांधी ने एसपी नगेंद्र सिंह को फोन कर कार्रवाई करने के लिए कहा है। साथ ही आवेदन ऑनलाइन भेजा है ताकि पुलिस पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई कर सके। इस पर एसपी नगेंद्र सिंह द्वारा आवेदन पर जांच कर कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।
मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के ऑफिस से फोन आया है। जिसमें आवेदन भी ऑनलाइन भेजा गया है। इसमें किसी के द्वारा शिकायत की गई है। उक्त शिकायत पर जांच कर संबंधित कुत्ता मारने वालों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
नगेन्द्र सिंह, एसपी, श्योपुर