भोपाल। भारत सरकार के रेल मंत्रालय की तरफ से ADG PIB Smita Vats Sharma ने बताया है कि गरीबों की एसी ट्रेन 'गरीब रथ एक्सप्रेस' बंद नहीं की गईं हैं। 26 ट्रेनें जो पहले से चलाई जा रहीं थीं वो अभी भी पटरियों पर दौड़ रहीं हैं और गरीबों को सस्ती वातानुकूलित यात्रा आगे भी उपलब्ध कराती रहेंगी।
भारत सरकार के प्रेस इंफार्मेशन ब्यूरो की ओर से बताया गया है कि उत्तर रेलवे में कोचों की अस्थायी कमी के कारण, गरीब रथ सेवाओं की साप्ताहिक ट्रेनों के दो जोड़े, काठगोदाम और जम्मू तवी के बीच ट्रेन नंबर 12207/08 और कानपुर और काठगोदाम के बीच ट्रेन संख्या 12209/10 को अस्थायी रूप से एक्सप्रेस ट्रेन सेवाओं के रूप में संचालित किया गया था। हालाँकि, इन दोनों क्षेत्रों पर गरीब रथ सेवाओं को भी 4 अगस्त 2019 से बहाल किया जा रहा है।
इससे पहले क्या खबर आई थी
इससे पहले खबर आई थी कि रेल मंत्रालय गरीबों की एसी ट्रेन 'गरीब रथ' बंद करने जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे से चलने वाली काठगोदाम-जम्मू और काठगोदाम-कानपुर सेंट्रल गरीब रथ को 16 जुलाई से मेल-एक्सप्रेस के रूप में बदल दिया गया है, यानी इस रूट पर गरीब रथ का सस्ता सफर बंद हो गया है। रेलवे का कहना है कि गरीब रथ की बोगियां बननी बंद हो गई हैं। यानी पटरी पर जो बागियां दौड़ रही हैं वो सभी करीब 14 साल पुरानी हैं। ऐसे में चरणबद्ध तरीके से गरीब रथ की बोगियों को अब मेल एक्सप्रेस में बदल दी जाएंगी। जिसकी शुरुआत भी हो गई है।