जबलपुर। लार्जेस स्कीम के तहत रेलकर्मचारियों के बच्चों को रेलवे में नौकरी करने का मौका मिलने जा रहा है, जिसके पीछे एनएफआईआर-वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ का लंबे समय तक चला संघर्ष रंग लाया है। बताया कि NFIR-WCRMS की पहल पर रेल मंत्रालय और बोर्ड ने सभी रेल जोन को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं।
जिसमें कहा गया है कि अब उन बच्चों को लार्जेस स्कीम के तहत भर्ती किया जाएगा जिनका 27 अक्टूबर 2017 के पहले मेडिकल और कार्मिक विभाग की सभी प्रक्रिया हुई हो। श्री शर्मा ने बताया कि इस मामले को लेकर पमरे के जीएम अजय विजयवर्गीय से मुलाकात कर पत्र सौंपा गया था,इसके बाद जीएम ने सीपीओ को निर्देशित कर संघ की मांग को पूरा करने का आश्वासन दिया है। संघ ने सीपीओ मंगुराम गोयल से भेंट कर आगे कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि रेलवे में लार्जेस स्कीम के तहत रेलकर्मियों के बच्चों को नौकरी देने वाले प्रावधान पर सुप्रीम कोर्ट ने 27 अक्टूबर 2017 से रोक लगा रखी है।
इस तारीख के पहले जिन रेलकर्मियों के बच्चों का मेडिकल हो चुका हो, सभी दस्तावेज कार्मिक विभाग के पास हों, उन बच्चों को लार्जेस स्कीम के तहत रेलवे में रोजगार के अवसर पैदा हों, इसके लिए एनएफआईआर और डब्ल्यूसीआरएमएस ने रेल मंत्रालय और रेलवे बोर्ड के स्तर पर लंबे समय तक संघर्ष किया गया है। जिसके आधार पर अब सैकड़ों रेल कर्मचारियों के बच्चों को रेलवे में काम करने का मौका मिलने जा रहा है, जिससे रेल कर्मचारियों में खुशी की लहर है।