ग्वालियर। अगले दो माह में ग्वालियर में ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया जाएगा। भोपाल व इंदौर मेंं यह शुरू हो चुका है। इसे पूर्व में स्मार्ट सिटी के नियंत्रण में रखा जा रहा था लेकिन बेहतर उपयोग के लिए अब इसे पुलिस के नियंत्रण में दिए जाने का प्रावधान किया है।
यह बात डीजीपी वीके सिंह ने अंचल के पुलिस अफसरों के साथ क्राइम समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा में कही। उन्होंने बताया कि इस सिस्टम में रेड लाइट वायलेशन डिटेक्टर (अारएलबीडी) रेड लाइट जंप करने वाले वाहन का नंबर व चालक का फोटो स्वत: रीड कर लेंगे। महिला अपराध बढ़ने के कारण पर उन्होंने कहा कि लड़कियां बाहर निकलती हैं तो कुछ स्वतंत्रता का लाभ उठा लेती हैं, लेकिन लड़कियां माइनर होने के कारण पुलिस आरोपियों के खिलाफ 376 का केस दर्ज करती है।
पुलिस जनता के विश्वास, सम्मान व सुरक्षा के लिए प्रोफेशनली काम करेगी। अपराध के नए ट्रेंड पर श्री सिंह ने कहा, सायबर क्राइम के मामलों में वृद्धि हुई है, लेकिन पुलिस का सायबर सेल उनका निराकरण कर रहा है। सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल व नई तकनीकी के बेहतर उपयोग में हम कई राज्यों से अागे हैं। देश में अपराधियों को दंड दिलाने का ग्राफ 18% है जबकि मप्र में यह 46% है। महिला अपराध में भी 25 अपराधियों को फांसी की सजा हुई है।