होशंगाबाद। इटारसी में ट्रेन से कटने पर गंभीर हालत में होशंगाबाद जिला अस्पताल लाई गई महिला की मौत हो गई। जिला अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में करीब एक घंटे तक उसका क्षतविक्षत शव पड़ा रहा, उसके शव से खून बहता रहा और डॉक्टर वहीं दूसरे मरीजों का इलाज करते रहे। ना तो उसे कक्ष से हटाया गया और ना ही उस पर कपड़ा डाला गया।
अस्पताल चौकी के प्रभारी एएसआई आरएस राजपूत के मुताबिक इटारसी में एक महिला ट्रेन से कट गई थी। उसे गंभीर हालत में इटारसी अस्पताल से होशंगाबाद जिला अस्पताल रेफर किया गया। जिला अस्पताल आते ही कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। उसकी शिनाख्त अनीसा पति लखनलाल (45) निवासी इटारसी के रूप में हुई।
विचलित करने वाला था दृश्य
इधर, जिला अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में दोपहर करीब 12 बजे से एक बजे तक महिला का क्षतविक्षत शव इमरजेंसी कक्ष में एक कोने में पड़ा था। उसे स्टाफ ने ढंका तक नहीं। फर्श पर जहां-तहां उसका खून बिखरा था। उसे भी साफ नहीं किया। वहीं पर डॉक्टर दूसरे मरीजों का इलाज कर रहे थे। कई मरीजों और उनके परिजन ने शव को हटाने को भी कहा, लेकिन स्टाफ ने ध्यान नहीं दिया। दोपहर करीब एक बजे नपा के कर्मचारियों ने शव को कफन से ढंककर पीएम कक्ष में पहुंचाया।
गंभीर मामला है
इमरजेंसी कक्ष में ऐसे शव का रखे रहना और वहीं मरीजों का उपचार करना बेहद गंभीर मामला है। इसकी जांच कराई जा रही है। सिविल सर्जन से भी इस संबंध में जानकारी ली जाएगी। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।
-डॉ. दिनेश कौशल, सीएमएचओ, होशंगाबाद