कुछ वर्ष पहले तक जीवनसाथी की तलाश एक बड़ी समस्या हुआ करती थी। लड़की के पिता या भाई एक अच्छे वर की तलाश में अभियान पर निकलते थे। कई शहरों के चक्कर लगाते थे। लड़के वाले घर बैठकर भगवान से प्रार्थना करते रहते थे कि किसी सुन्दर, सुशील कन्या का प्रस्ताव आ जाए। समाज के ठेकेदार और शादीराम घरजोड़े का महत्व काफी बढ़ जाता था लेकिन अब वैवाहिक वेबसाइट हैं। कुछ घंटों या दिनों की कोशिश के बाद आपको एक ना एक योग्य जीवनसाथी मिल ही जाएगा परंतु बड़ा प्रश्न यह है कि क्या वैवाहिक वेबसाइट में दर्ज जानकारी पर विश्वास कर लें। कैसे पता करें कि वैवाहिक वेबसाइट की बनी प्रोफाइल नकली है या असली।
नकली प्रोफाइल का पता कैसे करें
व्यक्ति अपनी एक ही फोटो अपलोड करेगा। यदि आप उससे ताजा फोटो मांगे तो आना-कानी करेगा।
चैटिंग या बातचीत के दौरान वो अपनी जिंदगी को सफल और आनंद से भरी हुई ही बताएगा।
वो आपको सपने दिखाने की कोशिश करेगा और आपसे वो हर वादा करेगा जो आप चाहते हैं।
वो जल्दबाजी में होगा। फटाफट शादी की डेट फिक्स करना चाहेगा। कोई बड़ा ही इमोशनल का बहाना भी बना देगा।
बातों-बातों में उसका अकाउंट नंबर मांग लीजिए, यदि फेक नाम से प्रोफाइल बनी है तो अकाउंट नंबर नहीं देगा।
नकली इंसान का पता कैसे करें
परमानेंट पता पूछिए और पता लगाइए कि क्या वह सही है।
यदि वो कर्मचारी है तो वेतन इत्यादि के बारे में पूछिए और उसके नियोक्ता से पता लगाइए कि क्या वो सचमुच वहां कर्मचारी है और उसका वेतन इत्यादि उतना ही है जितना कि वो बता रहा है। कुछ कंपनियां इस तरह की जानकारी जुटाने का काम करतीं हैं।
उसके नारे रिश्तेदारों के बारे में पूछिए।
सामाजिक कुल देवता, समाज का प्रसिद्ध मंदिर इत्यादि के बारे में बात कीजिए।
वैवाहिक वेबसाइट वाला आपका मामा नहीं है
आप एक व्यक्ति तक पहुंचने के लिए वैवाहिक वेबसाइटों का उपयोग कर सकते हैं परंतु शेष सभी प्रक्रियाएं बिल्कुल वैसी ही होनी चाहिए जैसी कि 1990 से पहले हुआ करतीं थीं। वैवाहिक वेबसाइट पर दर्ज जानकारी को अंतिम और प्रमाणित मानने की भूल कतई ना करें और ना ही यह अपेक्षा करें कि वैवाहिक वेबसाइट का संचालक आापका मामा बनकर जाएगा और सारी जानकारी सत्य और प्रमाणित लेकर आएगा।