भोपाल। इंदौर की रहने वाली नेहा वर्मा उम्र 35 साल ने जबलपुर स्थित अपने ससुराल जाने के बजाए भेड़ाघाट पहुंचकर नर्मदा नदी में छलांग लगा दी। उसका शव उतराते हुए मिला। पता चला है कि वो 2 माह से अपने मायके थी। एक सप्ताह पहले वो अकेले ही ससुराल के लिए वापस निकली थी परंतु ससुराल नहीं पहुंची। उसके बैग से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें किसी को मौत का जिम्मेदार नहीं ठहराया गया। पुलिस अब गुत्थी सुलझाने में लगी है कि आखिर ऐसा क्या हुआ जो नेहा ने ससुराल पहुंचने से पहले आत्महत्या कर ली।
भेड़ाघाट टीआई शशि विश्वकर्मा ने बताया कि मंगलवार को सूचना मिली कि पंचवटी घाट में एक महिला का शव उतरा रहा है। सूचना पर वह स्टाफ के साथ मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकालकर जांच शुरू की। महिला का पर्स रविवार को धुंआधार के पास मिला था, जिसके परिजन से संपर्क कर मौके पर बुलाया गया। परिजन ने आकर मृतका की पहचान शक्ति नगर निवासी नेहा वर्मा (35) के रूप में की।
दो माह से अपने मायके में थी
टीआई शशि विश्वकर्मा ने बताया कि मृतका नेहा के पति से पूछताछ की गई, जिसने बताया कि उसके तीन बच्चे हैं। बच्चे उसी के पास रहते हैं और उसकी पत्नी नेहा लगभग दो माह से अपने मायके इंदौर में रह रही थी। एक सप्ताह पहले पत्नी नेहा ने वापस लौटने की बात कही थी। जब उससे बात की तो उसने बीच में किसी रिश्तेदार के घर रुकने की बात कही और एक-दो दिन में ससुराल वापस आने को कहा था।
रविवार को मिला था पर्स
टीआई के मुताबिक रविवार की सुबह एक पर्स मिला था। पर्स में एक महिला का आधार कार्ड था। जिसमें नेहा वर्मा लिखा था। वहीं एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें लिखा था कि मेरे पति, माता-पिता की कोई गलती नहीं है। अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रही हूं। आधार कार्ड में लिखे पते से उसके पति से संपर्क किया गया और नेहा की तलाश शुरू की गई थी। जांच में यह भी पता चला है कि नेहा शनिवार की रात धुंआधार पहुंचकर छलांग लगा दी थी।