इंदौर। गीताभवन अस्पताल (Geeta Bhawan Hospital) की कर्मचारी अर्चना धीमान (Archana Dhiman) ने शनिवार रात करीब साढ़े 12 बजे अपने बेटे अंकित व उसके 10-15 साथियों के साथ मिलकर अस्पताल के कैशियर अशाेक सुरवाड़े (Ashaek Survadhe) को जमकर पीटा। बचाव के लिए कैशियर अस्पताल परिसर में दौड़ता रहा, फिर भी महिला और उसके साथी पीटते रहे। यही नहीं रविवार सुबह उसके घर जाकर भी पथराव किया।
कैशियर काे आईसीयू में भर्ती किया गया है। बताया जा रहा है कि महिलाकर्मी दो दिन से अस्पताल नहीं आ रही थी। यह बात कैशियर ने महिला के पति को बताई थी, इसी से नाराज होकर महिला ने हमला किया। पुलिस ने अर्चना धीमान, बेटे अंकित व 10 साथियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पलासिया टीआई अजितसिंह बैस ने बताया कि घटना के सीसीटीवी फुटेज मिले हैं। इनके आधार पर आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
पलासिया पुलिस के अनुसार, घटना अस्पताल में 22 साल से कैशियर अशोक पिता केशव सुरवाड़े निवासी गीता भवन अस्पताल क्वार्टर के साथ हुई। उनके बेटे पंकज ने बताया पिता पर हमला अस्पताल में ही काम करने वाली अर्चना धीमान, उसके बेटे अंकित व उसके साथ आए करीब 15 साथियों ने किया। शनिवार को पिता कैश काउंटर पर बैठे थे। रात में वे अस्पताल इंचार्ज का काम भी देखते हैं। करीब साढ़े 12 बजे अर्चना बेटे अंकित व साथियों के साथ अस्पताल पहुंची और पिता से बोली- तुमने पीथमपुर में रहने वाले मेरे पति को क्यों बताया कि मैं दो दिन से अस्पताल नहीं आई। उसने विवाद किया। तभी उसके बेटे ने पिता को कैश काउंटर में घुसकर पीटा, फिर साथियों ने भी उन्हें बाहर निकालकर बेल्ट व जूतों से मारना शुरू कर दिया। बचने के लिए पिता भागते रहे, लेकिन आरोपी उन्हें बुरी तरह पीटते रहे। भारी शोर सुनकर अस्पताल परिसर के अन्य लोग आए तो आरोपी उन्हें गंभीर हालत में छोड़कर भाग गए।