इंदौर। जिन सड़कों पर पाइप लाइन के लिए गड्ढे खोदे गए, वहां इंतजाम ठीक नहीं हैं। वहां सुधार करवाएं, नहीं तो आपके घर के सामने गड्ढा खुदवा दूंगा, तब आपको अहसास होग कि कितनी तकलीफ होती है। शहर की सड़कों के किनारे नर्मदा लाइन डालने के बाद मरम्मत में लापरवाही को लेकर निगमायुक्त आशीष सिंह (Corporator Ashish Singh) ने नर्मदा प्रोजेक्ट के कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्तव को कुछ इस तरह चेताया।
सोमवार को सिटी बस कार्यालय में हुई समयसीमा बैठक में उन्होंने श्रीवास्तव से दो टूक कहा कि खुद साइट पर जाने के बजाय गाड़ी में घूमते हो, आपकी गाड़ी छीन लूंगा। फिर बाइक पर घूमोगे। आपका एक महीने का वेतन भी काट लिया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन सड़कों पर नर्मदा प्रोजेक्ट की पाइप लाइन डाली जा रही है, वहां कीचड़ न हो, इसके लिए वहां पाइप लाइन डालने के बाद सड़क पर पेवर ब्लॉक लगाए जाएं। निगमायुक्त जोनल अफसरों पर भी नाराज दिखे।
निगमायुक्त ने कहा कि बारिश शुरू हुए 10 दिन बीत चुके हैं, फिर भी जोनल स्तर पर अधिकारियों ने जलजमाव के लिए उचित प्रबंध नहीं किए। अब यदि किसी भी इलाके में पानी भरने की शिकायत मिली तो जेडओ को सस्पेंड कर दूंगा। बैठक में निगम के सभी अपर आयुक्त, उपायुक्त, अधीक्षण यंत्री और जोनल अधिकारी उपस्थित हुए। निगमायुक्त ने हर सोमवार को चार बजे इस बैठक में सभी अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य की है।
महत्वपूर्ण निर्देश
नंदलालपुरा सब्जी मंडी, जिंसी हाट मैदान में बनाई जा रही दुकानों व कार्यों की समीक्षा कर 20 जुलाई तक कार्रवाई पूरी की जाए।
बोलिया सरकार की छत्री के आसपास अतिक्रमण हटाए जाएं।
पानी की टंकी, जल वितरण पाइप लाइन, सीवरेज लाइन या जनकार्य के लिए कहीं खुदाई हो तो उस सड़क का मरम्मत ठीक तरीके से हो।