इंदौर। मध्यप्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम के एक अधिकारी के ठिकानों पर लोकायुक्त पुलिस ने सोमवार को छापे मारे और बड़े पैमाने पर उसकी आय से अधिक संपत्ति का खुलासा किया। लोकायुक्त पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंधक सलमान हैदर के खिलाफ शिकायत मिली थी कि उन्होंने भ्रष्ट तरीकों से अकूत संपत्ति अर्जित की है।
इस शिकायत पर हैदर के इंदौर में तीन ठिकानों और कटनी में एक ठिकाने पर छापा मारा गया। कुछ समय पहले इंदौर में नौकरी कर चुके हैदर फिलहाल कटनी में पदस्थ हैं। उन्होंने बताया कि हैदर के इंदौर स्थित घर से लगभग पांच लाख रुपये नकदी जब्त की गयी। जांच दल को अलग-अलग स्थानों पर सरकारी अधिकारी और उनके परिजनों के नाम से खरीदे गये सात फ्लैट, पांच भूखंडों और एक दुकान समेत कई अचल संपत्तियों के बारे में सुराग मिले हैं जिनकी तसदीक की जा रही है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हैदर के एक रिश्तेदार के इंदौर स्थित घर से भी कुछ संदिग्ध अचल संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं। उन्होंने बताया कि सरकारी सेवा में वर्ष 1985 में शामिल होने वाले हैदर का परिवार चार पहियों वाली दो गाड़ियों का मालिक है।
इस परिवार के 15 बैंक खातों के बारे भी पता चला है जिनमें जमा रकम की जांच की जा रही है।राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की विस्तृत जांच और आरोपी की बेहिसाब संपत्ति का मूल्यांकन जारी है।
इस शिकायत पर हैदर के इंदौर में तीन ठिकानों और कटनी में एक ठिकाने पर छापा मारा गया। कुछ समय पहले इंदौर में नौकरी कर चुके हैदर फिलहाल कटनी में पदस्थ हैं। उन्होंने बताया कि हैदर के इंदौर स्थित घर से लगभग पांच लाख रुपये नकदी जब्त की गयी। जांच दल को अलग-अलग स्थानों पर सरकारी अधिकारी और उनके परिजनों के नाम से खरीदे गये सात फ्लैट, पांच भूखंडों और एक दुकान समेत कई अचल संपत्तियों के बारे में सुराग मिले हैं जिनकी तसदीक की जा रही है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हैदर के एक रिश्तेदार के इंदौर स्थित घर से भी कुछ संदिग्ध अचल संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं। उन्होंने बताया कि सरकारी सेवा में वर्ष 1985 में शामिल होने वाले हैदर का परिवार चार पहियों वाली दो गाड़ियों का मालिक है।
इस परिवार के 15 बैंक खातों के बारे भी पता चला है जिनमें जमा रकम की जांच की जा रही है।राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की विस्तृत जांच और आरोपी की बेहिसाब संपत्ति का मूल्यांकन जारी है।