इंदौर। MIG थाना क्षेत्र में नकाबपोश बदमाश ने बुजुर्ग महिला की उसके घर के दरवाजे पर ही चाकू मारकर हत्या कर दी। वारदात गुरुवार रात करीब सवा आठ बजे जगजीवनराम नगर में हुई। यहां हनुमान चौक में रहने वाली राधा बाई (50 वर्ष) पति ओमप्रकाश (Radha Bai husband Om Prakash) की नकाबपोश ने जान ले ली। महिला के परिजन और पुलिस को हत्या में लिस्टेड बदमाश का हाथ होने का शक है। मृतक राधा बाई की बहू पिंकी के मुताबिक वह घर के बाहर खड़ी थी।
उसी वक्त एक नकाबपोश युवक आया और ने सास के बारे में पूछा। युवक ने उन्हें बाहर बुलाने के लिए कहा। मैंने उसे कहा कि मैं तुम्हें नहीं जानती। उसने कहा कि तुम्हारी सास को बुलाओ, वह मुझे पहचानती है। इसके बाद मैंने सास को आवाज दी। सास जैसे ही दरवाजे पर आई नकाबपोश ने उनकी जांघ पर चाकू मार दिया। पिंकी ने बताया कि सास ने नकाबपोश को पहचान लिया था। दरवाजे पर आते ही सास ने...क्यों रे पंडित कहकर उसे पुकारा था।
मकान का विवाद : पुलिस को आशंका है कि करोड़ों की कीमत वाले मकान को लेकर चल रहे विवाद में हत्या की गई है। असल में मृतक महिला व उसका परिवार उस मकान में ही किराएदार के तौर पर 12 साल से रह रहे हैं। दो साल पहले महिला के पति ओमप्रकाश ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। उसने अपने सुसाइड नोट में पंकज खंडेलवाल, विजय समेत कई लोगों पर मकान खाली करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया था।
बहू पिंकी के मुताबिक बीते दिनों सुमेर पंडित ने भी उसकी सास को मकान खाली करने के लिए धमकाया था। इसकी शिकायत पुलिस में की गई थी। हालांकि पुलिस ने न तो एफआईआर दर्ज की थी न कोई कार्रवाई। राधाबाई के बेटे व परिवार के अन्य लोगों के मुताबिक उनके पिता की आत्महत्या के मामले में सुसाइड नोट में कई हाई प्रोफाइल लोगों का उल्लेख था। पुलिस ने उन पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की है। वे जिस मकान में रह रहे हैं उसकी कीमत करोड़ों रुपए में पहुंच गई है। उसी पर कब्जे के लिए कई लोग धमका रहे हैं।
पिंकी के मुताबिक घटना के बाद घबराकर उसने दरवाजा बंद कर लिया और पति शैलू को खबर दी। थोड़ी देर बाद शैलू घर पहुंचा और घायल सास को हम लोग अस्पताल ले गए। इलाज के दौरान अस्पताल में राधाबाई ने दम तोड़ दिया। पुलिस के मुताबिक डॉक्टरों ने बताया कि अधिक खून बह जाने से राधाबाई की मौत हो गई।
महिला की हत्या के तार बड़े बिल्डरों के लिए कीमती जमीन के सौदे करने वाले रसूखदारों से जुड़ रहे हैं। पुलिस के सूत्रों के मुताबिक दो साल पहले ओमप्रकाश की आत्महत्या के बाद पीयूष गांध्ाी, महेश गेहलोत, पंकज खंडेलवाल के खिलाफ धारा 306 में प्रकरण दर्ज हुआ था। हालांकि राजनीतिक प्रभाव और दबाव के चलते किसी भी आरोपित की अब तक गिरफ्तारी भी नहीं की गई। महिला जिस मकान में रहती है उसका सौदा भी बिल्डरों ने कर लिया था। उस जगह मल्टी बनाई जानी है। हालांकि महिला का परिवार उसे खाली करने को तैयार नहीं था। परिजन ने पुलिस को बयान दिया है कि हमला करने वाले गुंडे के कुछ साथी भी थे जो संभवत: गली के कोने पर खड़े होकर निगरानी कर रहे थे।