इंदौर। खातीवाला टैंक में ड्रेनेज का चैंबर धंस जाने से यहां के अधिकांश घरों में ड्रेनेज का पानी ऊपर बहने लगता था। परेशानी दूर करने के लिए निगम यहां ड्रेनेज लाइन सुधार और चैंबर निर्माण करा रहा है। एक माह पहले ठेकेदार ने नया चैंबर बनाने का काम शुरू किया। इसके लिए क्षेत्र में खुदाई कराई तो सड़क पर निकलना कठिन हो गया। पाइप लाइन डालने से पहले ड्रेनेज ने निकले गंदे पानी और दुर्गंधयुक्त कीचड़ खाली भूखंड पर डलवा दिया।
रहवासी 10 दिन से निगम के अधिकारियों व ठेकेदार से इस संबंध में शिकायत कर रहे हैं। समाधान नहीं होने पर रविवार को खातीवाला टैंक के रहवासियों ने क्षेत्रीय पार्षद सरिता मंगवानी को समस्या बताने के लिए बुलाया। मौके पर पार्षद पति जवाहर मंगवानी भी पहुंच गए और बोले दो- चार दिन में इसे उठवा देंगे। यदि आपको जल्दी है तो अपने पैसे से सफाई करवा लें।
संजय सुंदरानी और अन्य रहवासियों के अनुसार इस क्षेत्र में ड्रेनेज चैंबर बनाने का काम जिस ठेकेदार को दिया गया था, वह 15 दिन पहले काम बंद कर चला गया। अब निगम ने उसके स्थान पर नए ठेकेदार को जिम्मा सौंपा। रहवासी मनोज सोनी के अनुसार उनके घर में ड्रेनेज का पानी आने की समस्या ज्यादा है। घर में आठ माह की छोटी बच्ची भी है। गंदे पानी के कारण उसे कुछ न हो जाए, इसकी भी चिंता रहती है। पिछले पांच से छह दिन से यहां काम बंद था एक दिन पहले ही यहां पर चैंबर व पाइप लाइन के निर्माण के लिए रेत गिट्टी व निर्माण सामग्री आई थी, लेकिन काम करने वाला ठेकेदार ही चला गया।
पहले जनता ही काम का विरोध कर रही थी
पहले रहवासियों ने ही वहां हो रहे काम का विरोध किया तो काम बंद हो गया। बारिश के बाद काम शुरू करवाया तो भी रहवासी विरोध कर रहे हैं। वहां चैंबर बनाने के लिए ड्रेनेज के पानी व मिट्टी को निकालने में 10 से 15 घंटे से लग जाएंगे। इसी कारण अभी खाली भूखंड पर ड्रेनेज की मिट्टी व पानी डलवा रहे हैं। निगम के जोनल अधिकारी तो इस ओर देखने भी नहीं आए। अभी वहां जो समस्या है, उससे 10 गुना ज्यादा समस्या 10 दिन पहले थी। हमने तो ये काम निगम के अफसरों के हवाले कर दिया है। मैंने किसी से नहीं कहा कि अपने पैसे से मिट्टी व गंदा पानी हटवा लो।
-जवाहर मंगवानी, पार्षद पति
चैंबर धस गया है। इसलिए वहां 25 फीट गहरा नया चैंबर बनाना है। पहले जिस ठेकेदार को काम दिया था, वो नहीं कर पाया। इस वजह नए ठेकेदार को काम दिया है। लोग विरोध कर रहे हैं कि मिट्टी खाली भूखंड पर नहीं फेंकी जाए। वहां खुदाई में करीब 20 से 25 ट्रक मिट्टी निकलेगी। इतनी मात्रा में मिट्टी वहां से एकाएक हटाना संभव नहीं है। एक-दो दिन में हम मिट्टी को हटवा लेंगे। वहां पर रहवासियों ने ठेकेदार के भतीजे से दुर्व्यवहार किया। इस वजह से अभी वहां पर काम बंद हो गया है।
- सुनील गुप्ता, कार्यपालन यंत्री, ड्रेनेज विभाग, नगर निगम