इंदौर। बिज्जूखेड़ी इलाके में गुरुवार देर रात एक युवक ने खुद को बाथरूम में बंद कर पहले हाथ की नस काटी और फिर केरोसीन डालकर आग लगा ली। झुलसी हालत में वह बाथरूम से शोर मचाते हुए बाहर निकला। इसके बाद भाई और माता-पिता ने आग बुझाई और इलाज के लिए एमवाय अस्पताल ले आए। यहां शुक्रवार शाम चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पहले भी युवक दो बार हाथ की नस काटकर आत्महत्या (Suicide) करने का प्रयास कर चुका था। उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। परिजन उसका इलाज करवा रहे थे।
लसूड़िया थाना पुलिस के अनुसार मृतक सुभाष (30) पिता राधेश्याम चौधरी (Subhash (30) Father Radhey Shyam Chaudhary) निवासी बिज्जूखेड़ी है। उसके मौसेरे भाई ने बताया कि घटना गुरुवार रात करीब 11.30 बजे की है। सुभाष अपने भाई सचिन के पास में सो रहा था। वह अचानक उठा और बाथरूम में चला गया। दरवाजा बंद करके उसने पहले हाथ की नस काट ली। इसके बाद उसने खुद पर केरोसीन छिड़ककर आग लगा ली। जलती हालत में वह दरवाजा खोलकर बाहर आ गया। उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर उसके माता-पिता और भाई उसके पास पहुंचे। पानी डालकर आग बुझाई और इलाज के लिए एमवाय अस्पताल ले आए। प्राथमिक इलाज के बाद परिजन उसे निजी अस्पताल ले गए। हालत में सुधार नहीं हुआ तो उसे दोबारा शुक्रवार शाम एमवाय अस्पताल ले आए। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजन ने पुलिस को बताया कि सुभाष अपने भाई सचिन, पत्नी दुर्गाबाई, बेटी नंदनी और बेटे मनीष के साथ रहता था। घटना के वक्त उसकी मां राजूबाई औऱ पिता घर के सामने भजन में शामिल होने गए थे। पुलिस के अनुसार सुभाष निजी कंपनी में नौकरी करता था। कुछ दिनों से वह बेरोजगार था। उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं चल रही थी। परिजन खरगोन के किसी चिकित्सक से उसका इलाज करवा रहे थे।