जबलपुर। यातायात पुलिस ने सुबह 7:00 बजे अलग-अलग स्कूलों में जाकर वैन्स चालकों को पकड़ने की ताबड़तोड़ कार्रवाई की। इस दौरान 18 वैन्स जब्त की गईं। वैन के भीतर 14 से 16 की संख्या में विद्यार्थी इस कदर ठूंस कर बैठाए गए थे कि उनका सांस लेना भी मुश्किल हो रहा था। कुछ वैन्स चालकों ने तो इतनी निर्दयता दिखाई कि मौके पर ट्रैफिक पुलिस को खड़ा देख स्कूल गेट से बहुत पहले ही विद्यार्थियों को उतार भागे।
इससे ही पता चलता है कि स्कूल वैन्स चालकों को विद्यार्थियों की सुरक्षा से कितना सरोकार है। वैन संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए कुल 18 मारुति वैन्स जब्त की गईं। जब्त की गईं किसी भी वैन्स चालक के पास परमिट नहीं था। वैन्स गैस किट से संचालित होती भी पाई गईं। उपरोक्त सभी वाहन चालकों के विरुद्ध न्यायालय में चालानी कार्यवाही की जा रही है। यातायात पुलिस ने उपरोक्त कार्रवाई करने से पूर्व समाचार पत्रों के माध्यम से आम नागरिकों एवं वाहन चालकों को यह अवगत करा दिया था कि किसी भी वाहन में क्षमता से अधिक विद्यार्थियों का परिवहन ना किया जाए। इसके अतिरिक्त गैस किट पर आधारित मारुति वैन में विद्यार्थियों का परिवहन सख्त प्रतिबंधित है। अभिभावकों का भी यह उत्तरदायित्व है कि वह ऐसे वाहनों में अपने बच्चों को ना बिठाएं, जो नियम विरुद्ध संचालित हो रहे हैं।
विद्यार्थियों को 5 सौ मीटर पहले उतारना बेहद गलत
अनेक वाहन चालकों को यातायात पुलिस की कार्रवाई के बारे में पूर्व से जानकारी थी। इस कारण उन्होंने एक नया तरीका निकाल लिया और स्कूल के मुख्य द्वार पर बच्चों को छोडऩे की जगह 100 मीटर से 500 मीटर की दूरी पर ही बच्चों को छोड़ दिया, ताकि यातायात पुलिस की कार्रवाई से बचा जा सके। यातायात पुलिस ने भी लगातार घूम-घूम कर अलग-अलग स्थानों से अवैध रूप से संचालित वाहनों को विधिवत जब्त कर कानूनी कार्रवाई की। यातायात पुलिस की उपरोक्त कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। विशेष रूप से स्कूल खुलते एवं बंद होते वक्त जब वाहन चालक विद्यार्थियों को घर से स्कूल तक लाने -ले जाने का काम करते हैं, उसी वक्त उपरोक्त कार्यवाही की जाएगी। यातायात प्रभारी द्वारा सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि पुलिस कार्रवाई से बच्चों एवं उनके परिजनों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। यही कारण है कि यातायात पुलिस उस वक्त कार्यवाही करती है, जब बच्चे या तो स्कूल में अथवा घर में सकुशल पहुँच जाते हैं।