जबलपुर। गोहलपुर थाना क्षेत्र स्थित नई चाल निवासी नजीर बाबा और उनकी पत्नी नजमा बी हजयात्रा पर रवाना होने के लिए मुंबई गये थे। उनके साथ उनकी बेटियां, दामाद, पोतियां व रिश्तेदार सहित 22 लोगों का जत्था उन्हें मुंबई छोड़ने गया था। वहां पर करीब 14 लोग रविवार को मौसम का लुत्फ उठाने के लिए अरनेला बीच पर गये थे। वहां वे सभी समंदर में स्नान कर रहे थे उसी दौरान उठे बवंडर से कोहराम मच गया। इस बवंडर में फंसकर शहर की एक बेटी व उसके रिश्तेदार की मौत हो गयी। मुंबई में हुए इस हृदय विदारक घटना की सूचना जब यहां पहुंची तो क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी।
इस तरह हुई दुर्घटना
सूत्रों के अनुसार गोहलपुर नई चाल निवासी नजीर बाबा और उनकी पत्नी हज करने जा रहे थे। उनकी फ्लाइट 17 जुलाई को मुंबई से थी। यहां से तीन-चार दिन पहले मुंबई पहुँचा नजीर बाबा का परिवार व रिश्तेदार भिवंडी में रुके थे। रविवार को उनकी बेटी हिना अहमद अंसारी उम्र 26 वर्ष सहित 14 लोग अरनेला बीच पहुंचे थे। दोपहर 2 बजे के करीब वहां भारी बारिश हो रही थी और सभी समंदर की लहरों के बीच स्नान कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उसी दौरान समंदर में जोर की लहरें उठीं और 4 लोग जिसमें नजीर बाबा की पोतियाँ फरहत व शीरी और रिश्तेदार अहफाज उम्र 17 वर्ष गुम हो गये थे।
गोताखोरों ने तत्परता दिखाते हुए फरहत व शीरी को समंदर से खोज निकाला और उन्हें तत्काल एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं हिना व अहफाज की तलाश शुरू की गयी। करीब दो घंटे बाद हिना का शव बरामद किया गया, वहीं गोताखोरों व पुलिस की मदद से सोमवार की दोपहर अहफाज का शव भी बरामद किया गया।
मुुंबई के अरनेला बीच में हुए इस हादसे की खबर लगने से गोहलपुर क्षेत्र में मातम छा गया। हर कोई हादसे की जानकारी में जुट गया। इस बीच नजीर बाबा के निवास पर लोगों की भीड़ जमा हो गयी। सभी इस हादसे से सदमे में हैं और पूरा माहौल गमगीन हो गया है।
घटना के संबंध में क्षेत्र में रहने वाले आजाद अंसारी ने बताया कि देर रात इस हादसे की खबर लगने पर नजीर बाबा के दोनों बेटे कलीम और बबलू मुंबई रवाना हो गये हैं। वहीं उनके रिश्तेदार हर पल की खबर ले रहे हैं। इस संबंध में क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि नजीर बाबा की ससुराल भिवंडी में है। उन्हें 17 जुलाई को हज पर रवाना होना था, लेकिन ससुराल वहाँ होने के कारण वे कुछ दिन पूर्व ही मुंबई पहुंच गये थे। इस हादसे के बाद इस बात को लेकर कशमकश है कि वे हज यात्रा पर जाएं की नहीं।