जबलपुर। शहर के बीच व्यापारिक केन्द्र सिविक सेंटर में स्थित होटल और रेस्तरां द्वारा रोजाना कई लोगों का खाना खुले में बहाया जा रहा है। नाली से खाना सड़क पर बहाए जाने से जहां गंदगी फैल रही है वहीं बीमारी फैलने का भी खतरा मंडरा रहा है। रेस्तरां में बचने वाला जो खाना गरीबों में बांटा जा सकता है उसे खुले में फेंकने से स्थानीय व्यापारी भी परेशान हैं।
दरअसल इल होटल, रेस्तरां में रोजाना सैंकड़ों ग्राहक आते हैं। यहां परोसी जाने वाली थाली में कई प्रकार के व्यंजन होते हैं जो अंत में बच जाते हैं जिसे रेस्तरां, होटलों द्वारा नाली में बहा दिया जाता है। यह सड़क और दवा व्यापारियों की दुकानों के सामने फैलता है। दवा बाजार के पार्किंग क्षेत्र में सीमेंटीकरण न होने से खाना और गंदा पानी मिट्टी में मिल रहा है जिससे रोजाना कीचड़ की स्थिति बनी रहती है। बारिश में यह कीचड़ गंदगी का रूप ले रही है जिससे पूरे क्षेत्र में दुर्गंध पैदा हो रही है और बीमारी का खतरा है। स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि खाना बचने पर उसे गरीबों को बांट दिया जाए लेकिन व्यर्थ न बहाया जाए।
शहर के मुख्य क्षेत्र सिवक सेंटर के छोटे टपरों व चाट फुल्की के ठेलों पर कार्रवाई करने वाली नगर निगम का अमला और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बड़े रेस्तरां की कार्यप्रणाली नजर नहीं आ रही है। यहां हो रही गंदगी से परेशान अन्य व्यापारी भी रेस्तरां संचालकों की रोजाना इस हरकत से परेशान हैं। व्याापारियों ने भी मांग की है कि स्वास्थ्य विभाग को इन होटल, रेस्तरां की हरकत पर कार्रवाई करना चाहिए।