नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस की राजनीति को एक नया मोड़ देने की कोशिश की है। उन्होने राहुल गांधी की जगह किसी युवा नेता को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा है। इसी के साथ युवा नेताओं के बीच रेस शुरू हो गई है। पहला नाम राजस्थान के युवा नेता सचिन पायलट का है और दूसरा ज्योतिरादित्य सिंधिया का। इन चर्चाओं के ज्योतिरादित्य सिंधिया ने महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है।
बता दें कि राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया था, उम्मीद थी कि यह केवल एक औपचारिकता है जो पूरी की गई। राहुल गांधी अपने पद पर बने रहेंगे परंतु जब उनके बाद किसी भी नेता ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए राहुल गांधी की वापसी की मांग करते हुए इस्तीफा नहीं दिया तो राहुल गांधी नाराज हो गए और उन्होंने कांग्रेस से अपने इस्तीफे की खबर पर मुहर लगा दी।
हड़बड़ाई कांग्रेस के नेताओं ने भी इस्तीफे देना शुरू किए। सबसे पहले विवेक तन्खा फिर कमलनाथ, दीपक बावरिया और अब ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम सामने आया है। कहा जा रहा है कि सभी ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि इनमें से किसी ने भी अपना इस्तीफा सार्वजनिक नहीं किया है और ना ही एआईसीसी की तरफ से इन इस्तीफों से आधिकारिक पुष्टि की गई है।
सिंधिया को CWC का स्थाई आमंत्रण मिला
कांग्रेस के नए अध्यक्ष पद का चयन पार्टी की प्रबंध कार्यकारिणी समिति (सीडब्ल्यूसी) द्वारा लिया जाएगा। ऐसे में पार्टी की प्रबंध कार्यकारिणी समिति ने मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया को स्थाई आमंत्रण भेजा है, जिसे लेकर अब अनुमान लगाया जा रहा है कि कहीं न कहीं अध्यक्ष पद के चुनाव में सिंधिया की अहम भूमिका हो सकती है। वहीं सिंधिया के अलावा दीपक बावरिया भी इस समिति में हैं।
कांग्रेस को अगली पीढ़ी के करिश्माई नेता की जरुरत
वहीं पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मांग रखी है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए किसी युवा चेहरे को चुना जाए। जिसके बाद राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और गुना से पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम इस रेस में आगे चल रहे हैं।