भोपाल। भोपाल शहर में हर चौराहे पर कैमरे लगे हैं। यदि कोई यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहा है तो चालान घर भेजा जाता है, फिर भी शहर के हर मोड़ पर पुलिस टीम हेलमेट और दस्तावेज जांच के नाम पर लोगों को रोक रही है। TIT कॉलेज से MBA कर रहे छात्र रितेश ठाकुर की शिकायत है कि उसे हेलमेट ना होने के कारण ना केवल रोका गया बल्कि उसे व उसके साथ बाइक सवार उसकी बहन को गालियां भी दीं। रितेश ने इसकी लिखित शिकायत भी की है। वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि पुलिस के पास कैमरा भी है। यदि रितेश वाहन नहीं रोक रहा था या मौके पर चालान भरने को तैयार नहीं था तो उसके घर भी चालान भेजा सकता था परंतु तमाम विवाद किया गया। सवाल यह है कि इस तरह की चालानी वसूली क्यों जबकि दूसरा विकल्प उपलब्ध है।
TIT कॉलेज से MBA कर रहे छात्र रितेश ठाकुर ने सोशल मीडिया पर यह वीडियो अपलोड करते हुए लिखा है कि कल शाम 7:39 पर अपनी बहन के साथ पिपलानी एरिया से जा रहा था और साथ मे मेरी फैमिली भी थी। पुलिस ने बेररिकेटिंग लगा कर चेकिंग लगाई थी। मेने हेलमेट नही लगाया था। मेरी गलती थी। मेने खुद जाकर गाड़ी रोक ली। ये पुलिस वाले अंकल के सामने जिनका नाम था श्रीमान कृष्ण प्रताप सिंह, इन्होंने मेरी चालू गाड़ी जो मेने खुद रोक ली पहले तो उसकी चाबी निकाल ली, हैंडल लॉक कर के। मेने उनसे कहा मेरी बहन पीछे बैठी है चाबी मत निकालो में खुद साइड में लगा रहा हूं। सब डॉक्यूमेंट है मेरे पास हेलमेट नही पहना मेने जो मेरी उसका जो भी कुछ चालान बनता है लीगल आप बना दीजिये में भर दूंगा लेकिन ऐसे चाबी मत निकालो गाड़ी लॉक कर कर क्योंकि मेरी बहन में अभी भी गाड़ी में बैठे है। साइड स्टैंड भ नही लगा बीच रोड में है गिर जायँगे।
पता नही इन अंकल को क्या ग़ुस्सा आया सीधे कहते हरामखोर ज्यादा मुह मत चला मुझसे तेरे जैसे कितने लौंडे पैदा कर कर छोड़ दिये मेने चल उत्तर गाड़ी से (और फिर मा की गली)। मेने तब भी एक वर्ड नही बोला लेकिन फिर उन्होंने मेरी बहन को गली दी जो मेरे पीछे बैठी थी तो मुझसे रहा नही गया मेने उनसे बोलै न में तो कोई गुंडा बदमाश हूं। सब लीगल पेपेर है हेलमेट नही पहना है में देने खुद बोल रहा हूं लीगल जो चालान दूंगा में तो पीछे की गाड़ी में मेरे मम्मी पापा भी थे जो ये महाशय मेरी माँ के साथ भी गली गलोच करने लगे। मुझे मेरी फॅमिली को धमकने लगे और डराने लगे।
डंडे वगरह थे ही उनके पास मुझे उस टाइम लगा ये लोग अपनी मनमानी कर रहे हैं। कुछ भी गन्दा बोल कर धमका रहे। जिसके बाद मेने अपना मोबाइल निकाला अपने फेसबुक से लाइव कर दिया उनको। जी ही वीडियो चालू किया वो लोग पलटने लगे मेने कोई गाली नही दी यह वो कहते हुए सीएसपी साहब को बुला रहे। उन्हें बात करना और बीच मे बोलते वीडियो बंद करो मेने कहा नही ये लाइव रहेगा अब तो सब कैमेरे को देख कर हाव भाव बदल गए।
सीएसपी साहब भी आये उन्होंने मेरी मेरी मा से बोला चुप रहो में मेरे स्टाफ की सुनूंगा और बस हमारी सुनी नही कह दिया आवेदन कर देना थाने जाकर में जांच कर दूंगा। मेने जिसके बाद जाकर थाने में आवेदन भी दिया है। लिखित में लेकिन जिस तरह वो सब एक है मुझे पता है कुछ नही होना है फिर भी मेने अपना कर्तव्य निभाया औऱ अग़र में उड़ वक्त लाइव नही करता फेसबुक पर तो पता नहो किस तरह का व्यवहार करते वो मेरे साथ और मेरी फॅमिली के साथ अभद्र गालिया तो वो हो रहे थे।