भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी किए गए 10वीं के रिजल्ट में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। इसमें एक छात्र को अंग्रेजी के पेपर में 23 नंबर दे दिए गए, जबकि उसकी कॉपी को चेक करने के बाद उसमें 28 नंबर दिए गए थे। ऐसे में छात्र को रिजल्ट में पास होने के बजाय सेप्लीमेंट्री आ गई।
इसकी जानकारी छात्र को तब लगी जब उसने आंसरशीट की मांग की। आंसरशीट में एक और गंभीर लापरवाही देखने को मिली कि कॉपी जांचने वाले शिक्षक ने छात्र को 100 में से 28 नंबर दे दिए, जबकि थ्योरी का पेपर 80 नंबर का था। रीटोटलिंग का फॉर्म भरने पर भी छात्र को नंबर में नो चेंज बताकर सप्लीमेंट्री दे दी गई, जबकि आंसरशीट में वह पास था।
द मदर एजुकेशन एकेडमी के 10वीं के छात्र अनुज पिता जितेंद्र जाधव ने बुधवार को माध्यमिक शिक्षा मंडल के चिमनबाग स्थित आंचलिक कार्यालय में अंग्रेजी के पेपर में कम नंबर देने को लेकर शिकायत की। उसने बताया कि मंडल द्वारा हाई स्कूल की परीक्षा में अंग्रेजी का पेपर 80 नंबर का था। उसका सेंटर शासकीय मालव कन्या स्कूल में आया था। इसका रिजल्ट जब 15 मई को आया तो अनुज को अंग्रेजी में केवल 23 नंबर ही मिले और सप्लीमेंट्री आ गई। इसके बाद छात्र ने रीटोटलिंग का फॉर्म भरा तो उसे नंबर में नो चेंज बता दिया गया।
इसके अलावा उसने आंसरशीट की मांग की। जब उसे आंसरशीट मिली तो उसे विभाग की लापरवाही का पता चला। इसमें न केवल उसे 28 नंबर मिले और वह पास था, बल्कि उसे 80 के बजाय 100 में से 28 नंबर दिए गए थे। यह देखकर वह हैरान रह गया। इसके बाद वह परिजनों के साथ मंडल के आंचलिक कार्यालय पहुंचा और शिकायत की।