छिंदवाड़ा। शिक्षक कभी कभार ही स्कूल आता था और जब कभी भी आता तो शराब के नशे में बेसुध होकर छात्रों के ऊल जलूल हरकतें करता। शिक्षक की इन्ही हरकतों के कारण ग्रामीणों ने स्कूल से अपने बच्चों का नाम कटवाकर घर पर बैठा दिया या फिर दूसरे स्कूल में दाखिला दिला दिया। इस संबंध में बताया गया है कि स्कूल शिक्षा विभाग शासकीय स्कूलों में दर्ज संख्या को बढ़ाने के लिए स्कूल चले हम अभियान चला रहा है।
यहां विभाग का अमला लगातार घट रही दर्ज संख्या को बढ़ाने के लिए जुटा हुआ है। दूसरी ओर छिंदवाड़ा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले शासकीय प्राथमिक शाला में शिक्षक की हरकतों से तंग आकर अभिभावकों ने अपने बच्चों की टीसी निकलवा लिया है। हालात यह हो गए है कि जिस स्कूल में 14 से ज्यादा बच्चे दर्ज है वहां अब सिर्फ चार बच्चे ही दर्ज है। सूचना मिलने के बाद पिछले दिनों शिक्षा विभाग का अमला जांच करने पहुंचा था जिसके बाद शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।
विकासखंड स्तरीय अधिकारी के दल ने इस स्कूल की जांच की है जहां पर बीआरसी अशरफ अली ने मौके पर पहुंचकर अभिभावकों से चर्चा की। जांच के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर पदस्थ शिक्षक गोपाल चौधरी अक्सर शराब के नशे में रहता है और स्कूल भी कम आता है जिसका कई बार ग्रामीणों ने विरोध भी किया है। यहां एक अन्य शिक्षक भी पदस्थ है लेकिन दूसरे शिक्षक के द्वारा होने वाली परेशानी से तंग आकर बच्चों को स्कूल से टीसी निकलवा दी है।
इनका कहना है
ग्रामीणों की शिकायत मिली थी की स्कूल में पदस्थ शिक्षक गोपाल चौधरी अक्सर शराब पीकर स्कूल आता है या फिर स्कूल में उत्पात मचाता है। बीआरसी इसकी जांच करने पहुंचे थे जिसके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। हम नए शिक्षक की व्यवस्था करा रहे है ताकि यहां बच्चों को परेशानी नहीं हो।- जी.एल. साहू, डीपीसी, जिला शिक्षा केन्द्र