उज्जैन। सिविल अस्पताल के पीछे केलकर परिसर में घी बनाने की एक फैक्ट्री पर खाद्य विभाग की टीम ने छापा मारा। टीम ने दावा किया है कि यहां नकली घी बनाया जा रहा था। टीम ने यहां से करीब 800 किलो नकली घी और घी बनाने की सामग्री के साथ घरेलू उपयोग वाले गैस सिलेंडर बरामद किए हैं। टीम का कहना है कि अवैध घी की फैक्ट्री को जो संचालित कर रहा था वह वह स्वयं पेशे से एक डॉक्टर है और क्लीनिक संचालित करता है। डॉ केलकर और उसके बेटे नकली घी बनाने का काम करते थे। खाद्य विभाग की टीम ने वनस्पति घी के साथ घी में डालने वाले एसेंस और कई सामग्री जब्त की है।
शादियों में सप्लाई करते थे, अधिकारियों की मिली भगत थी
जांच में पता चला है कि यह घी विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र में और शादी- ब्याह में उपयोग किया जाता था। इस नकली घी बनाने की फैक्ट्री में अलग-अलग नामों से घी बनाकर बेचा जाता था। कई वर्षों से संचालित हो रही इस फैक्ट्री के संचालन में सरकारी अधिकारी और खाद्य विभाग के कर्मचारियों की भी मिलीभगत होने की संभावना है। बताया जा रहा है इसी वजह से डॉक्टर और उसके बेटे के खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई।
छापे तो पहले भी पड़े हैं, कार्रवाई कभी नहीं हुई
डॉ केलकर की इस अवैध घी की फैक्ट्री पर पूर्व में भी छापे पड़ चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण बीच शहर में डॉक्टर और उसके लड़के खुलेआम नकली घी तैयार करने का कारोबार करते थे। इस बार फिर खाद्य विभाग की टीम ने छापा मारा है। इस संबंध में कलेक्टर शशांक मिश्र क्या कार्रवाई करते हैं यह देखा जाना है। खाद्य विभाग की टीम ने घी जब्त कर सैंपल ले लिए हैं। मध्य प्रदेश सरकार की ओर से कहा गया है कि नकली खाद्य सामग्री बेचने वालों पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में उम्मीद की जा रही है कि इसी तरह की कोई कार्रवाई की जाएगी. तब ऐसा कारोबार बंद होगा।