उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन में जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सिंह चौहान को पद से मुक्त कर दिया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने कांग्रेस विधायक से उधार दिए 7 लाख रुपए वापस मांगे और इसके लिए सोशल मीडिया पर पोस्ट अपलोड कर दी। इधर हेमंत सिंह का कहना है कि यह पार्टी विरोधी गतिविधि नहीं है। दो लोगों का व्यक्तिगत मामला है। संगठन ने इकतरफा कार्रवाई की है।
31 मई को युवा कांग्रेस कमेटी राष्ट्रीय सचिव व जिला ग्रामीण के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सिंह चौहान ने विधायक से रुपए के लेन.देन को लेकर फेसबुक पर पोस्ट डाली थी। जिसमें उन्होंने निवेदन के साथ में विधायक को चेताया भी था कि आदरणीय विधायक जी देखो आपको कई मैसेज कर चुका हूं, बहोत सम्मान के साथ आपसे निवेदन कर रहा हूं, उधार लिए रुपए लौटा दीजिए। रकम बड़ी है। छोड़ पाना मेरे बूते का काम नहीं और मैं उन कार्यकर्ताओं में से भी नहीं हूं कि आपसे डर के पैसा वापस नहीं लूंगा और निवेदन भी कर रहा हूं कि हमारे कार्यकर्ताओं को इस तरह ठगना बंद करो। हमारी शालीनता को हमारी कमजोरी भी मत समझो।
बताया जा रहा है कि चौहान को कांग्रेस विधायक से सात लाख रुपए लेना है। इस बारे में चौहान का कहना है कि मेरे पास में कोई नोटिस भी नहीं आया और सीधे कार्रवाई कैसे कर दी गई। मैं अपना पक्ष प्रदेश कांग्रेस को रखूंगा। यह विवाद वैसे भी पार्टी स्तर का नहीं है। मेरा निजी है। मैंने कभी किसी विधायक का नाम लेकर पोस्ट नहीं डाली है। जिला कांग्रेस के अध्यक्ष कमल पटेल का कहना है कार्यकारी अध्यक्ष चौहान को पद से मुक्त किए जाने संबंधी आदेश मैंने आदेश देखा जरूर है पर मेरे पास इसका मेल नहीं आया है।