भोपाल. प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने सोमवार को कहा कि यूरिया जैसे खतरनाक केमिकल मिलाकर सिंथेटिक दूध बनाने वालों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मिलावटी दूध से मावा, पनीर जैसे उत्पाद तैयार करने वालों और इनका व्यापार करने वालों के विरुद्ध भी रासुका लगाया जाएगा।
राज्य सरकार ने प्रदेश में बड़ी संख्या में यूरिया से सिथेंटिक दूध मिलने का मामला सामने आने के बाद यह निर्णय लिया। सिलावट ने विधानसभा कक्ष में इस मामले को लेकर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों की बैठक भी ली।
सिलावट ने कहा कि सिंथेटिक दूध और इससे बने दूध के अन्य उत्पादों से आमजन के स्वास्थ्य के बुरा असर पड़ रहा है। ऐसे मिलावट खोरों को आम आदमी के स्वास्थ्य से खिलवाड़ नहीं करने दिया जा सकता है। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को कहा कि राज्य और जिला स्तर पर सिंथेटिक दूध बनाने वालों और इसका विक्रय-व्यापार करने वालों की धरपकड़ के लिए उड़न दस्ते बनाकर कार्रवाई करें।
उन्होंने कहा कि सभी संभाग के कमिश्नर, जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों से ऐसे व्यक्तियों के विरुद्ध रासुका जैसे सख्त कानून के तहत कार्रवाई करने के लिये कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन और मिलावटी दूध एवं दुग्ध उत्पादों के बनाने और विक्रय पर नियंत्रण रखने वाले अधिकारियों के विरुद्ध भी मिलावटखोरों पर कार्रवाई में कोई ढिलाई बरती गई तो जिम्मेदार अफसरों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।