भोपाल। भोपाल और इंदौर के साथ अब ग्वालियर और जबलपुर भी मेट्रोपोलिटन क्षेत्र घोषित होंगे। पूर्व मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के ग्वालियर को मेट्रोपोलिटन क्षेत्र घोषित करने की मांग के बाद क्षेत्र से जुड़े मंत्रियों, विधायकों और जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों ने सोमवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की।
इसमें मुख्यमंत्री ने ग्वालियर के साथ जबलपुर को भी मेट्रोपोलिटन क्षेत्र घोषित करने पर सहमति जताई। सिसौदिया ने कहा कि सिंधिया की पहल पर मुख्यमंत्री के इस निर्णय से क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी हो गई। जल्द ही इसके लिए सर्वे होगा। श्रम मंत्री ने पत्रकारवार्ता में बताया कि ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की।
इस दौरान क्षेत्र की लंबे समय की मांग, जिसे ज्योतिरादित्य सिंधिया के माध्यम से मुख्यमंत्री कमलनाथ के माध्यम से रखी है। स्वर्गीय माधवराव सिंधिया ने काउंटर मैगनेट सिटी स्थापित की थी। मालनपुर और बामौर का औद्योगिक क्षेत्र इससे जुड़ा हुआ है। मुख्यमंत्री ने सिंधिया और जनता के नुमाइंदों की बात को स्वीकार करते हुए ग्वालियर को मेट्रोपोलिटन क्षेत्र विकसित करने पर सहमति दी।
मेट्रोपोलिटन क्षेत्र ग्वालियर में में भिंड, मुरैना, श्योपुर, डबरा, ग्वालियर, शिवपुरी और दतिया शामिल रहेंगे। वहीं, खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि मेट्रो सिटी बनने जो सुविधाएं चाहिए वे सभी ग्वालियर में मौजूद हैं। मेट्रोपोलिटन क्षेत्र बनने से ग्वालियर-चंबल का सपना पूरा होगा। इस दौरान महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी, क्षेत्र के दस विधायक और छह जिलों के कांग्रेस अध्यक्ष मौजूद थे।