नई दिल्ली। छोटी सी पॉलिटिकल लाइफ में हेमंत करकरे से लेकर नाथूराम गोडसे तक कई बार डांट खा चुकीं भोपाल की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को एक बार फिर डांट पड़ी। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 'टॉयलेट' वाले बयान पर प्रज्ञा ठाकुर को डांटा लेकिन प्रज्ञा ठाकुर ने अब तक ना तो बयान पर माफी मांगी है और ना ही पीएम नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान का समर्थन किया है।
भोपाल की भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने रविवार को एक और विवादास्पद बयान दिया था। मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि उन्हें नालियां और शौचालयों को साफ करने के लिए सांसद नहीं चुना गया। जहां पीएम मोदी अपनी महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत योजना पर काम कर रहे हैं, वहीं प्रज्ञा ठाकुर का यह बयान उससे उलट दिखा। इस बयान के बाद ही सवाल उठने लगा कि क्या अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ कार्रवाई करेगी?
सोमवार को प्रज्ञा ठाकुर ने बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महामंत्री बीएल संतोष से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि इस पर बीजेपी अपना बयान जारी कर सकती है। वहीं पार्टी प्रज्ञा ठाकुर के बायन से खुद को अलग कर सकती है। प्रज्ञा ठाकुर का बयान इसलिए सवालों में है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छ भारत अभियान के तहत देश को स्वच्छ और खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए एक मिशन मोड पर काम करने की बात करते रहे हैं।
सीहोर के सरकारी गेस्ट हाउस में स्थानीय बीजेपी विधायक सुदेश राय की मौजूदगी में पार्टी के कार्यकर्ताओं से बातचीत में ठाकुर ने कहा ''हम आपके नाले और शौचालय को साफ करने के लिए नहीं चुने गए हैं, कृपया इसे समझें। जिन कार्यों के लिए हम चुने गए हैं, उन्हें ईमानदारी से किया जाएगा।” आगे उन्होंने यह भी जोड़ा कि निर्वाचन क्षेत्र के समग्र विकास के लिए स्थानीय विधायक और नगरपालिका पार्षदों सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ काम करना संसद के सदस्य का कर्तव्य है।"